खेरागढ़ तहसील में अधिवक्ता और राजस्वकर्मियों में रार, हंगामा
बिल्डिंग का मुख्य गेट बंद करने पर दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक
जागरण टीम, आगरा। खेरागढ़ तहसील मुख्यालय में अधिवक्ताओं और राजस्वकर्मियो के बीच जारी विवाद के तीसरे दिन गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। अधिवक्ताओं के बिल्डिंग का गेट बंद कर देने के बाद से दोनों गुट भिड़ गए। इस दौरान खूब आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने, गालीगलौज व धमकाने का आरोप लगाया है। एक पक्ष ने मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
अधिवक्ता हरीश चंद्र और राजस्व निरीक्षक दीपक कुमार के बीच राजस्व से संबंधित एक मामले में रिपोर्ट लगाने को लेकर बीते मंगलवार को विवाद हो गया था। अधिवक्ताओं का आरोप है कि दीपक कुमार की शिकायत पर एसडीएम अंकुर कौशिक ने अधिवक्ता हरीश चंद्र को अपने चैंबर में बुलाया और उनसे दुर्व्यवहार किया। इससे गुस्साए अधिवक्ताओं ने बुधवार को एसडीएम का पुतला फूंका। गुरुवार सुबह लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष रामनरेश त्यागी ने राजस्वकर्मियों व कंप्यूटर आपरेटरों की बैठक बुलाई थी। तभी अधिवक्ताओं ने बिल्डिंग का मुख्य गेट बंद कर दिया। राजस्वकर्मी बाहर आए तो गेट बंद देख दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। इसी बीच 10:30 बजे एसडीएम पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को शांत किया और बैठक में बुलाया। अधिवक्ताओं ने वहां जाने से इन्कार कर दिया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि एसडीएम के तानाशाही रवैये के कारण फरियादियों को परेशानी हो रही है। आमजन के कार्य नहीं हो पा रहे। अधिवक्ता इसी का विरोध कर रहे हैं।
दोनों पक्षों की ओर से तहरीर मिली है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
जगमोहन सिंह बुटोला, सीओ खेरागढ़ दोनों पक्षों में विवाद हो रहा था। उन्हें शांत करा दिया गया है। दोनों पक्षों से बैठकर बातचीत की जाएगी।
अंकुर कौशिक, एसडीएम खेरागढ़