ऐसो रास रचो वृंदावन, है रही पायल की झंकार..
जयपुर हाउस स्थित श्रीराम पार्क में चल रही है भागवत कथा कंस वध होते ही गूंजे श्रीकृष्ण के जयकारे कथा का समापन आज
जागरण संवाददाता,आगरा: श्रीराम पार्क, जयपुर हाउस में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को श्रद्धालु भक्ति में नृत्य करते रहे। महारास के उत्सव में भजनों 'बाजी रे मुरलिया यमुना के तीर..', 'मुरली की धुन मेरा मन मोह लीनो चित हरत नहीं धीर..', 'ऐसे रास रचो वृंदावन, है रही पायल की झंकार..' पर श्रद्धालु गोपी और सखा बनकर झूमते रहे।
संत अरविद महाराज ने कहा कि महारास में प्रवेश पाना आसान नहीं है। यह वो परम अवस्था है, जहां भक्त का श्रीहरि से मिलन होता है। इस परमानंद में प्रवेश पाने को कई सीढि़यां पार करनी होती हैं। पहली सीढ़ी भागवत कथा, दूसरी भक्ति और तीसरी सहज, सरल और सुलभ गुरु की प्राप्ति है। उन्होंने महारास में गोपी बनकर पहुंचे महादेव और वृंदावन में विराजमान गोपेश्वर महादेव की कथा सुनाई। अक्रूर जी द्वारा श्रीकृष्ण को मथुरा ले जाने पर कृष्ण के वियोग में बिलखती गोपियों, उद्धव के साथ यशोदा, राधा और गोपियों के संवाद सुनकर भक्त द्रवित हो गए। श्रीकृष्ण द्वारा कंस के वध की कथा सुनने के बाद श्रद्धालुओं ने श्रीकृष्ण के जयकारे लगाए। संत अरविद महाराज ने कहा कि जीवन का उद्धार चाहते हो तो कुबजा, शबरी, विदुर और केवट की तरह अपने मन की डोर श्रीहरि के हाथों में सौंप दो।
मोहनलाल अग्रवाल, लता अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, प्रेमचंद अग्रवाल, विजय अग्रवाल, अशोक गर्ग, काशी प्रसाद, अजय गोयल, महेश गोयल, प्रवीन अग्रवाल, मीना गर्ग, रेनू गर्ग, एसके गोयल आदि मौजूद रहे।
भगवान पदमप्रभु को चढ़ाया निर्वाण लाड़ू : कमलानगर के कर्मयोगी एंक्लेव स्थित नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर का चतुर्थ स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इसके पहले दिन मंगलवार को मंदिर में अभिषेक, शांतिधारा और संगीतमय पूजन किया गया। भगवान पदमप्रभु के मोक्ष कल्याणक पर निर्वाण लाड़ू चढ़ाया गया। आर्यिका सृष्टिभूषण माताजी व मुनि विशोक सागर महाराज के सानिध्य में मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। सुबह सभी धार्मिक क्रियाएं विधानाचार्य पं. आशुतोष जैन शास्त्री ने कराईं। शाम को भगवान नेमिनाथ की संगीतमय आरती की गई। बुधवार सुबह आठ बजे से नेमिनाथ विधान होगा। अशोक जैन, पवन जैन, राजकुमार जैन, सुमेर पांड्या, अंशुल जैन, समकित जैन, रितु जैन, आरती जैन, वीना जैन आदि मौजूद रहीं।