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बीएड 2013 की 62 उत्तर पुस्तिकाओं का होगा दोबारा मूल्यांकन

विश्वविद्यालय ने परीक्षा समिति की आकस्मिक बैठक में लिए महत्वपूर्ण निर्णय जांच समितियों का हुआ गठन पुन परीक्षा और अनुपस्थित छात्रों की भी होगी जांच

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 08:30 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 08:30 PM (IST)
बीएड 2013 की 62 उत्तर पुस्तिकाओं का होगा दोबारा मूल्यांकन
बीएड 2013 की 62 उत्तर पुस्तिकाओं का होगा दोबारा मूल्यांकन

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएड 2013 के परीक्षा परिणाम को पूर्णत: निस्तारित करने के लिए परीक्षा समिति की आकस्मिक बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बीएड परीक्षा की 62 उत्तर पुस्तिकाओं का विश्वविद्यालय के बाहर के दो परीक्षकों से मूल्यांकन कराया जाएगा। उनके द्वारा दिए गए अंकों का औसत प्रदान किया जाएगा।

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पालीवाल पार्क परिसर स्थित बृहस्पति भवन में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में बीएड 2013 के परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ियों पर फैसले लिए गए। इन गड़बड़ियों की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई थी, जिसके अनुपालन में 2014 में एक सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया था। समिति ने 2016 में अपनी आंतरिक रिपोर्ट में कहा था कि बीएड 2013 के घोषित परीक्षा परिणाम के सापेक्ष उत्तर पुस्तिकाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम तैयार किया जाए। इसके बाद पूर्व कुलपति के कार्यकाल में उत्तर पुस्तिकाओं की स्कैनिग की गई थी और फायल यानी अंकपर्ण तैयार करके परीक्षा परिणाम तैयार किया गया था। इनमें 62 उत्तर पुस्तिकाओं में ओवर राइटिग पाई गई थी। 1100 उत्तर पुस्तिका ऐसी पाई गईं, जिन्हें दीमक ने आंशिक रूप से नष्ट कर दिया था। बैठक में फैसला लिया गया कि इनमें औसत अंक प्रदान किए जाएंगे। परीक्षा परिणाम के पूर्ण निस्तारण से पूर्व नोडल केंद्रों से छात्रों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाएगी। इस परीक्षा में एक्स के रूप में बैठने वाले सभी परीक्षार्थियों का परिणाम विधिवत जांच के पश्चात घोषित किया जाएगा। जांच के लिए प्रो. प्रदीप श्रीधर और प्रो. पीके सिंह की दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया।

इसके अतिरिक्त पुन: परीक्षा और अनुपस्थित छात्रों की जांच के लिए भी प्रो. यूसी शर्मा, प्रो. अनिल वर्मा और सहायक कुलसचिव पवन कुमार की एक जांच समिति का गठन किया गया। अपना परीक्षा परिणाम घोषित कराने के लिए एक छात्र का प्रकरण उच्च न्यायालय में लंबित है। परीक्षा समिति में निर्णय लिया गया कि उच्च न्यायालय को दो माह में अवगत करा दिया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने की। उनके साथ परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, वित्त अधिकारी एके सिंह, औटा के महामंत्री भूपेंद्र चिकारा डा. निर्मला यादव, सहायक कुलसचिव अनूप कुमार, अजय गौतम, कैलाश बिद आदि उपस्थित रहे।


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