Cyber Crime: शोरूम मैनेजर से ढाई लाख रुपये हड़पने वाले साइबर शातिरों का नहीं लगा सुराग
Cyber Crime सदर के रहने वाले जूता शोरूम मैनेजर को बैंक का सेल्स एक्जीक्यूटिव बनकर किया था फोन। साइबर गैंग की सदस्य युवती ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर बनाया था शिकार। एक महीने बाद भी आरोपितों का सुराग नहीं लगा सकी पुलिस।
आगरा, जागरण संवाददाता। सदर के रहने वाले एक जूता शोरूम में मैनेजर के खाते से ढाई लाख रुपये निकालने वाले साइबर शातिरों का सुराग नहीं मिल सका है। शातिरों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर मैनेजर को अपने जाल में फांस उनके खाते और क्रेडिट कार्ड से रकम अपने खातों व ई-वालेट में ट्रांसफर कर ली थी।
ये था मामला
सदर बाजार निवासी प्रवीन कुमार साहनी एक जूता शोरूम में मैनेजर हैं। उनके पास 22 दिसंबर को बैंक एक्जीक्यूटिव बनकर साइबर शातिर ने फाेन किया। उन्हें नया क्रेडिट कार्ड लेने की कहा। शातिर ने उन्हें नए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाकर देने का लालच दिया। प्रवीन कुमार ने कहाकि उन्होंने अभी बैंक का स्टेटमेंट नहीं निकाला है।उसे निकालने के बाद नया क्रेडिट कार्ड लेने के बारे में सोचेंगे। इस पर शातिर ने किसी दूसरे बैंक का स्टेटमेंट निकाला। इस पर प्रवीन का नाम लिखकर भेज दिया। इस स्टेटमेंट के आधार पर दूसरे बैंक का नया क्रेडिट कार्ड जारी कराने की कहा।
इस तरह निकाली रकम
शोरूम मैनेजर प्रवीन से साइबर शातिर ने बातचीत के दौरान उनके खाते और पुराने क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उनके खाते से 25 दिसंबर, चार और 12 जनवरी को ढाई लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दिए। यह रकम गुरुग्राम और बेंगलुरु में ट्रांसफर की गई थी। प्रवीन कुमार के मुताबिक उनके पास 30 दिसंबर को नया क्रेडिट कार्ड भी आ गया। मगर, उसे चेक किया ताे पता चला कि इस क्रेडिट कार्ड से भी साइबर शातिर आनलाइन खरीददारी के साथ् ही हजारों रुपये निकाल चुके थे।मोबाइल पर अपने क्रेडिट कार्ड और खाते से रकम ट्रांसफर होने का पता चलने पर मैनेजर ने रेंज साइबर थाने में शिकायत की।
युवती ने किया था फोन
शोरूम मैनेजर को युवती ने बैंक की सेल्स एक्जीक्यूटिव बनकर फोन किया था।उनसे टुकड़ों में क्रेडिट कार्ड और बैंक से खाते से संबंधित जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद रकम अपने ई-वालेट में ट्रांसफर की।शातिरों ने आनलाइन खरीदफरोख्त भी की।