Cyber Crime: आगरा में वेबसाइट पर बाइक का विज्ञापन देकर ठगे 1.10 लाख रुपये, बरतें ये सावधानी
Cyber Crime बिचपुरी के युवक से ठगी रेज साइबर थाने में मुकदमा दर्ज। शातिर ने युवक को दो लाख रुपये की बुलट बाइक सिर्फ 40 हजार रुपये में देने का लालच दिया था। पीड़ित ने रेंज साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
आगरा, जागरण संवाददाता। आनलाइन खरीदफरोख्त की वेबसाइट पर विज्ञापन देकर शातिर ने युवक से एक लाख दस हजार रुपये ठग लिए। शातिर ने युवक को दो लाख रुपये की बुलट बाइक सिर्फ 40 हजार रुपये में देने का लालच दिया था। पीड़ित ने रेंज साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
जगदीशपुरा के बिचपुरी निवासी मोहित ने बताया करीब तीन सप्ताह पहले उन्होंने वेबसाइट पर बुलट बाइक का विज्ञापन देखा। दो लाख् रुपये वाली बुलट की कीमत 50 हजार रुपये रखी गई थी। उन्होंने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया। विज्ञापन देने वाले ने अपना नाम मंजीत बताया। मंजीत ने खुद को फौजी और मथुरा में तैनात बताया। उसने बताया कि उसका स्थानांतरण हो गया है। इसलिए अब बाइक की जरूरत नहीं है। वह उसे बेचना चाहता है। मोहित से बातचीत के बाद वह 40 हजार रुपये में बाइक का सौदा करने को तैयार हो गया। इसके बाद शातिर ने किस्तों में एक लाख दस हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।
विशेषज्ञों की सलाह
रेंज साइबर सेल के प्रभारी शैलेश कुमार सिंह कहते हैं कि कुछ सतर्कता बरतकर हम वर्चुअल दुनिया के शातिरों की ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। धोखाधड़ी से बचने को यह रखें ध्यान
-इंटरनेट मीडिया पर कोई सामान या सेवा खरीदने से पहले विक्रेता के संबंध में पूर्ण जानकारी सत्यापित कर लें। जैसे उसके खाते में अंकित नाम-पता आदि।
-किसी डिजीटल वालेट या इंश्योरेंस सेवा आदि के कस्टमर केयर का नंबर गूगल से सर्च न करें। हमेशा उसे कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध कस्टमर केयर से सर्च करें। अधिकांश साइबर शातिर गूगल पर अपना विवरण शीर्ष पर डालने में सफल हो जाते हैं। अनजान व्यक्ति ऐसी साइट पर जाकर अपनी समस्याएं बताते हुए अपनी महत्वपूर्ण सूचनाएं साझा कर बैठते हैं। इसका बाद में दुरुपयोग हो जाता है।
-किसी अनजान व्यक्ति के कहने से अपने मोबाइल पर anydesk/ammydesk/team viewer quick support आदि एप डाउनलोड न करें। एेसा करने पर दूर बैठे साइबर शातिर पूरी तरह से आपके मोबाइल की स्क्रीन साझा करने के साथ उसे हैक कर लेते हैं।
-कभी भी अपने डिजीटल वालेट या एकाउंट की केवाइसी आनलाइन अपडेट न करें।
-किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए कुछ धनराशि को प्राप्त करने संबंधी लिंक या क्यूआर कोड को अपने फोन से स्कैन न करें। साइबर शातिर आपको विश्वास में लेने के लिए इस तरह के लालच देता है।