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Fog at Expressway: एक्सप्रेस वे पर वाहनों के साथ जिंदगी पर भी ब्रेक लगा रहा कोहरा, पढ़ें अब तक के आंकड़े

Fog at Expressway कोहरे के चलते हाइटेक कैमरे भी प्रभावितहर साल दर्जनों लोग लोग गंवाते हैं जान। यमुना विकास प्राधिरण ने कोहरे के चलते 15 दिसंबर से 15 फरवरी 2021 तक गति सीमा 85 किमी प्रति घंटा की।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 09:12 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 09:12 AM (IST)
Fog at Expressway: एक्सप्रेस वे पर वाहनों के साथ जिंदगी पर भी ब्रेक लगा रहा कोहरा, पढ़ें अब तक के आंकड़े
कोहरे के कारण हर सर्दियों में एक्सप्रेस वे पर होते हैं दर्जनों एक्सीडेंट। फाइल फोटो

आगरा, अली अब्बास। आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे पर रविवार की सुबह कोहरे के चलते सवारी बस आगे जा रहे कंटेनर से टकरा गई थी। इसमें बस चालक की मौत हो गई। लखनऊ और यमुना एक्सप्रेस वे पर कोहरा वाहनों के साथ सफर करने वालों दर्जनों लोगों की जिंदगी पर भी ब्रेक हर साल ब्रेक लगाता है। कोहरे के चलते होने वाले इन हादसों में ओवर स्पीड भी एक कारण है। जिससे चालक आपात स्थिति में गाड़ी को नियंत्रित नहीं कर पाता है। यमुना एक्सप्रेस वे पर कोहरे के चलते हाेने वाले हादसों को रोकने के लिए यमुना विकास प्राधिकरण ने वाहनों की गति सीमा 80 से घटाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी है। प्राधिकरण ने नया नियम 15 दिसंबर 2020 से 15 फरवरी 2021 तक के लिए लागू किया है।

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आगरा- लखनऊ और यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे के चलते हुए हादसे

16 जनवरी: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। चार लोग घायल हुए।

एक जनवरी: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर उन्नाव में औरास थाना क्षेत्र में डबल डेकर बस घने कोहरे के चलते कंटनेर में घुसी।इसमें चार सवारियों की मौत हो गई। वहीं यमुना एक्सप्रेस वे पर 85 और 92 माइल स्टोन पर कोहरे के चलते दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई।

31 दिसंबर 2020: लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डौकी क्षेत्र में दो बसों की टक्कर हो गई। बसों की गति धीमी होने के चलते कुछ सवारियां ही घायल हुईं।

यमुना एक्सप्रेस वे पर पांच साल में 718 लोगाें की मौत

यमुना एक्सप्रेस वे पर अगस्त 2012 से मार्च 2018 के दौरान कुल 4,956 सड़क दुर्घटना हुईं। इनमें 718 लोगों की मौत हो गई। जबकि 7,651 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान 2.33 कराेड़ वाहनों ने निर्धारित गति सीमा का उल्लघंन किया।

इसलिए काल बन रहा कोहरा

-एक्सप्रेस वे के किनारे वाहन खड़े रहते हैं, इसके चलते हादसे होते हैं।

-ओवर स्पीड भी प्रमुख कारण है, इसके चलते चालक वाहन पर समय रहते नियंत्रण नहीं कर पाता है।

-लंबी दूरी के वाहनों में भी एक ही चालक चल रहा है। इसके चलते उसे झपकी आने पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

-एक्सप्रेस वे पर होने वाली 30 फीसद दुर्घटनाएं चालक को झपकी आने से होती हैं।

यमुना एक्सप्रेस वे पर पुलिस की निरंतर पेट्रोलिंग रहती है। इससे कि आपात स्थिति में पुलिस तत्काल माैके पर पहुंचकर लोगों और घायलों की मदद कर सके।

बबलू कुमार एसएसपी 


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