Make in India: PM Modi का सपना होगा आगरा में साकार, AMCA के लिए पैराशूट विकसित करेगा ADRDE
Make in India इस साल डिजाइन बनकर होगी तैयार लगेंगे दो साल। स्वदेसी ब्रेक पैराशूट का 12 किग्रा होगा वजन। इस साल तक डिजाइन बनकर तैयार हो जाएगी और प्रारंभिक ट्रायल शुरू होंगे। एडीआरडीई ने फाइटर प्लेन तेजस के लिए ब्रेक पैराशूट विकसित किया था।
आगरा, अमित दीक्षित। पैराशूट की दुनिया में हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास संस्थापन (एडीआरडीई) एक और कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। एडवांस्ड मीडियम काम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए यानी आमका) के लिए पैराशूट विकसित करने जा रहा है। इस साल तक डिजाइन बनकर तैयार हो जाएगी और प्रारंभिक ट्रायल शुरू होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को साकार करते हुए स्वदेसी ब्रेक पैराशूट को विकसित करने में दो साल लगेंगे। इसका वजन 12 किग्रा होगा।
एडीआरडीई ने फाइटर प्लेन तेजस के लिए ब्रेक पैराशूट विकसित किया था। रक्षा अनुसंधान और एवं विकास संगठन और ङ्क्षहदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अब 'आमका' तैयार कर रहा है। वर्ष 2019 में फाइटर प्लेन का प्रदर्शन किया गया था। यह फाइटर प्लेन (लड़ाकू विमान) पांचवीं पीढ़ी का होगा। इसमें सिंगल सीट और डबल इंजन होंगे। एडीआरडीई के एक अधिकारी ने बताया कि तेजस से उन्नत किस्म का 'आमका' होगा। कई बार फाइटर प्लेन को जहाज में उतारना पड़ता है। जहां पर रनवे छोटा होता है। प्लेन के पिछले हिस्से में एक ब्रेक पैराशूट लगा होता है। रनवे में उतरने के दौरान प्लेन की रफ्तार 200 से 250 किमी को पैराशूट कंट्रोल करता है और इससे सेफ लैंडिंग होती है। ब्रेक पैराशूट को एडीआरडीई विकसित कर रहा है।
खास किस्म के मैटेरियल से बनेगा पैराशूट
फाइटर प्लेन में लगने वाले ब्रेक पैराशूट को खास किस्म के मैटेरियल से तैयार किया जाएगा। इससे पैराशूट अधिक मजबूत होगा। पैराशूट 15 साल तक चलेगा।
मलपुरा ड्रापिंग जोन में होंगे ट्रायल
ब्रेक पैराशूट के सबसे पहले मलपुरा ड्रापिंग जोन में ट्रायल होंगे। पैराशूट में जो भी कमियां होंगी। उन्हें दूर करते हुए बेहतर किया जाएगा।