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Stop Begging: सर्वे में आया सामने, आगरा में एमजी रोड पर 45 बच्चों से कराई जा रही है भिक्षावृत्ति

Stop Begging चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों का नेटवर्क सक्रिय। सामाजिक कार्यकर्ता को एमजी रोड पर सर्वे के दौरान मिले थे 45 बच्चे। पुलिस मुख्यालय को किया था ट्वीट वहां से टि्वटर पर दिए आदेश। पुलिस को सौंपी सूची बच्चों पुनर्वासित करने की मांग गइ।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 09:46 AM (IST)
Stop Begging: सर्वे में आया सामने, आगरा में एमजी रोड पर 45 बच्चों से कराई जा रही है भिक्षावृत्ति
चौराहों पर भिक्षावृत्ति करने वालों का नेटवर्क सक्रिय।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा की लाइफ लाइन कही जाने वाली एमजी रोड पर 45 बच्चों से भिक्षावृत्ति कराई जा रही है। यही नहीं शहर के अधिकांश चौराहों में भिखारियों का कब्जा है। बच्चों के गले में कपड़े के थैले होते हैं। इनमें उनके द्वारा भीख मांगकर लिए गए रुपये होते हैं। वहीं बडी संख्या में महिलाएं गोद में बच्चों को लेकर भीख मांगती है। बाल अधिकार कार्यकर्ता एवं महफूज संस्था के समन्वयक नरेश पारस द्वारा पिछले दिनों किए गए सर्वे में यह जानकारी सामने आई है। उन्हें सर्वे के दौरान एमजी रोड पर 45 बच्चे भीख मांगते मिले।सामाजिक कार्यकर्ता ने यह सर्वे रिपोर्ट एसपी सिटी कार्यालय को सौंपकर बच्चों को मुक्त कराने की मांग की है। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें पुर्नवासित करने कहा है।

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एसएसपी बबलू कुमार ने दो दिन पहले ही मानव तस्करी निरोधक थाने और सभी 42 थानों की पुलिस के साथ बैठक की थी। इसमें सामाजिक संगठनों को भी शामिल किया गया था। इसमें एसएसपी ने मानव तस्करी निरोधक थाने और संबंधित थाना पुलिस द्वारा भिक्षावृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस के अनुसार पुलिस के अभियान के बाद भिक्षावृत्ति के पेशे से जुड़े लोगों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं। वह एमजी रोड से हट गए हैं। अब अन्य चौराहों पर भिक्षावृत्ति कर रहे हैं। बच्चों और महिलाओं से भिक्षावृत्ति कराई जा रही है। महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लेकर भीख मांगती हैं। वहीं आठ से 12 साल की उम्र के बच्चों से चौराहों पर भीख मंगवाई जाती है।

भिक्षावृत्ति कराने वाले इन बच्चों को बाकायदा भीख मांगने के टिप्स देते हैं। इसके साथ ही बच्चों को भीख मांगने के लिए स्पाट दिए जाते हैं। बाद में एक व्यक्ति उनसे भीख में मिली रकम का कलेक्शन करता है। आशंका है कि मजबूरी के अलावा इन बच्चों से भीख मंगवाने वाला कोई गिरोह भी सक्रिय हो सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि सर्वे के दौरान इन महिलाओं और बच्चों के फाेटो खींचने का प्रयास किया गया तो उन्होंने अपना चेहरा छिपा लिया। सामाजिक कार्यकर्ता ने यह मामला पुलिस मुख्यालय को ट़वीट किया था। जिस पर मुख्यालय ने आगरा पुलिस को कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

इन जगहों पर किया था सर्वे

सामाजिक कार्यकर्ता ने एमजी रोड समेत प्रमुख स्थानों पर सर्वे किया। इसमें शाह मार्केट, संजय प्लेस हरीपर्वत, प्रतापपुरा,तहसील और शहर के अन्य चौराहे शामिल हैं। पर्यटन नगरी होने के चलते यहां देश-विदेश के पर्यटक आते हैं। उनकी गाड़ियों के सामने जब भीख मांगने वाले बच्चे आते हैं। वह इन बच्चों की तस्वीरें खीच करके ले जाते हैं। इससे विदेशों में शहर की अच्छी तस्वीर नहीं जाती है। 


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