UP MLC Chunav 2020: पेंशन बहाली और वित्तविहीन शिक्षकों की बेहतरी की उम्मीद
UP MLC Chunav 2020 आगरा खंड स्नातक एवं शिक्षक चुनाव से मतदाताओं की बंधी उम्मीद। सहायता प्राप्त शिक्षक बुढ़ापे को सुरक्षित करने के लिए पेंशन बहाली चाहते हैं जबकि वित्तविहीन शिक्षक खुद का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। शिक्षक एमएलसी चुनाव में मतदान करने में सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सहायता प्राप्त शिक्षक बुढ़ापे को सुरक्षित करने के लिए पेंशन बहाली चाहते हैं, जबकि वित्तविहीन शिक्षक खुद का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं।
वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति बेहद खराब है। न समान वेतन है न सम्मान। इस चुनाव में इसी मंशा से वोट डाला है कि जीतने वाला प्रत्याशी हमारे हक की लड़ाई लड़ेगा।
श्रद्धा पचौरी, शिक्षिका
लाकडाउन में वित्तविहीन शिक्षकों ने बहुत बुरा समय देखा। 12 महीने नौकरी करने का बाद भी 10 महीने ही वेतन मिल पाता है। पहली बार वोट डालकर इस स्थिति को सुधारने की मांग है।
अनुज कुमार, शिक्षक।
वित्तविहीन शिक्षकों की स्थिति सुधारनी चाहिए। उनके कंधों पर भी शिक्षण व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन उनको कोई सुविधाएं नहीं मिल पाती।
रचना, शिक्षिका।
सहायता प्राप्त विद्यालय के शिक्षकों की एकमात्र मांग पुरानी पेंशन की बहाली है क्योंकि बुजुर्ग होने पर पेंशन ही बुढ़ापे का सहारा होती है।
पूनम पाल, शिक्षिका।
पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पहली बार वोट डालने आयी हूँ। इसके साथ शिक्षकों की गैर शैक्षणिक कार्यों में ड्यूटी भी नहीं लगनी चाहिए।
शिखा नरूला, शिक्षिका।
सहायता प्राप्त विद्यालय के शिक्षकों का बुढापा सुरक्षित नहीं है क्योंकि नई पेंशन योजना में महज एक से दो हज़ार ही पेंशन आ रही है, जिसे बदलने की जरूरत है।
प्रशांत पाठक, शिक्षक।