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Street Food Hub in Agra: आगरा के इस स्ट्रीट फूड हब में हर दिन 20 लाख रुपये का खाना खा जाते हैं लोग

Street Food Hub in Agra संजय प्लेस में हर दिन 20 लाख रुपये का खाना खा जाते है लोग। स्ट्रीट फूड का हब है संजय प्लेस। यहां खाने-पीने की करीब 250 ठेले और दुकान हैं। हर सड़क पर स्ट्रीट फूड मौजूद है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 04:20 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 04:20 PM (IST)
Street Food Hub in Agra: आगरा के इस स्ट्रीट फूड हब में हर दिन 20 लाख रुपये का खाना खा जाते हैं लोग
संजय प्लेस में हर दिन 20 लाख रुपये का खाना खा जाते है लोग।

आगरा, गौरव भारद्वाज। संजय प्लेस शहर का व्यवसायिक केंद्र। दुकान, शोरूम और ऑफिस की श्रंखला के बीच स्ट्रीट फूड की दुकानें और ठेले, रेस्टोरेंट और होटल। स्वादिष्ट व्यंजनों की भरमार। आफिस में काम करने वाले हों या काम से यहां आने वाले लोग। इन प्रतिष्ठानों पर हर वक्त कुछ न कुछ खाते दिख जाएंगे। सुनकर चौंक जाएंगे कि संजय प्लेस में एक दिन में लोग करीब 20 लाख रुपये का खा-पी जाते हैं।

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संजय प्लेस शहर का व्यावसायिक केंद्र के साथ स्ट्रीट फूड का हब भी है। यहां पर करीब 500 दुकानें हैं। सभी राष्ट्रीय व प्राइवेट बैंक भी यहां हैं। संजय प्लेस वेलफेयर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विनय मित्तल बताते हैं कि यहां खाने-पीने की करीब 250 ठेले और दुकान हैं। हर सड़क पर स्ट्रीट फूड मौजूद है। यहां करीब 15 हजार लोग काम करते हैं और करीब इतने ही लोग अपने काम से आते हैं। भूख लगने पर स्ट्रीट फूड ही विकल्प होता है। यहां 30 से लेकर 100 रुपये तक में भर पेट भोजन मिलता है।

20 लाख का है बिजनेस

संजय प्लेस में खाने पीने की करीब 250 दुकानें हैं। अगर औसतन एक दुकान पर 100 ग्राहक आते हैं तो 25 हजार लोग इन दुकानों पर खाते हैं। ऐसे में औसत एक ग्राहक 50 रुपये का खाना खाता है तो साढे़ 12 लाख रुपये होते हैं। इसके अलावा यहां पिज्जा हट, मैकडोनाल्ड सहित करीब 20 बडे़ रेस्टोरेंट और होटल भी हैं। यहां पर औसतन दिन भर में 200 लोग आते हैं तो चार हजार लोग होते हैं। एक व्यक्ति औसतन 200 रुपये का बिल चुकाता है तो आठ लाख रुपये होते हैं। इस तरह केवल संजय प्लेस में ही हर दिन 20 लाख रुपये से ज्यादा लोग खाने पर ही खर्च कर रहे हैं।

सुबह से शाम तक लगी रहती है भीड़

संजय प्लेस में खाने के लिए अलग-अलग आइटम मिलेंगे। सुबह से ही खाने का काम शुरू हो जाता है। मिठाई की दुकान और करीब आधा दर्जन ठेलों पर दोपहर तक बेढई-कचौड़ी खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। दोपहर से छोले-कुल्चे, दाल-बाटी, राजमा चावला, वेज बिरयानी, मोमोज, इडली-डोसा आदि की ठेलें लगती हैं। इन पर दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक भीड़ लगी रहती है।

यह है स्थिति

खाने की ठेल - 150

ढाबा और स्टॉल - 30

रेस्टोरेंट - 15

चाय की दुकान - 60

जूस की दुकान - 30 


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