Woman Safety: फुटपाथ पर रहने वाली बेटियांं होती हैं अक्सर क्रूर हादसों का शिकार, कब होंगे सुरक्षा के इंतजाम
Woman Safety आगरा में एमजी रोड के फुटपाथ बस एवं रेलवे स्टेशनों के आसपास सोते हें 500 से ज्यादा लोग। इनमें दस फीसद महिलाएं और बालिकाएं हैं। झाडि़यों में फेंकी गई बच्ची की मौत के बाद एक बार फिर उठ खड़ा हुआ सवाल। शहर की संस्थाएं हैं फ्रिकमंद।
आगरा, जागरण संवाददाता। एमजी रोड के फुटपाथ और बस एवं रेलवे स्टेशनों पर सोने वाली महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैंं। जबकि इन जगहों पर हर रात 500 से ज्यादा लोग सोते हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं ओर बालिकाएं सामान बेचने और भीख मांगने वाली हैं। रात को फुटपाथ पर साेने वाली महिलाओं और लड़कियों के साथ नशे में युवक अक्सर छेड़छाड़ कर देते हैं। यह मामले में पुलिस तक नहीं पहुंचते।
सेंट जोंस चौराहे के पास फुटपाथ से दो साल पहले आठ साल की बालिका को विधि छात्र उठा ले गया था। दुष्कर्म के बाद हत्या करके उसकी लाश को आगरा कालेज के खेल मैदान में फेंक दिया था। उस समय भी फुटपाथ पर सोने वाली महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा का मुद्दा उठा था। कुछ समय तक उनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस सक्रिय रही। दो साल बाद व्यवस्था फिर से उसी ढर्रे पर आ गयी।
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस के अनुसार फुटपाथ पर सोने वाले लोगों में दस फीसद संख्या महिलाओं और बालिकाओं की है। जिन्हें रात में फुटपाथ पर सोते समय भी अपनी आंखों को खुली रखना पड़ता है। इससे कि शराब के नशे में कोई उनके साथ गलत हरकत न कर दे। सेंट जोंस के फुटपाथ से बालिका को अगवा कर दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद से महिलाएं रात में अपनी बेटियों को अपने से दूर नहीं करतीं। फुटपाथ पर सोने वाली महिलाओं आैर लड़कियाें की सुरक्षा के लिए पुलिस को गश्त के दौरान इनका ध्यान रखना चाहिए।
रेलवे स्टेशन ज्यादा सुरक्षित
फुटपाथ पर सोने वाली महिलाओं को रेलवे स्टेशन ज्यादा सुरक्षित लगते हैं। क्योंकि वहां रात भर चहल-पहल रहती है। इसके चलते महिलाओं के साथ छेड़छाड़ या अनहोनी की आशंका कम रहती है। इसीलिए दिन भर फुटपाथ पर रहने वाली यह महिलाएं रात में अपनी बेटियों के साथ रेलवे स्टेशन पर सोने जाती हैं।
ये हैं सोने के ठिकाने
एमजी रोड पर भगवान टाकीज, दीवानी चाैराहा, सूरसदन, हरीपर्वत क्षेत्र, सेंट जोंस पर हनुमान मंदिर के पास, राजामंडी चौराहे पर साईं मंदिर के पास, एसएन इमरजेंसी, आगरा कालेज, नालबंद, धाकरान, रावली, साईं की तकिया और प्रतापपुरा चौराहे के फुटपाथ पर लोग सोते हैं। इसके अलावा आइएसबीटी, ईदगाह बस स्टैंड, राजामंडी, कैंट और फोर्ट रेलवे स्टेशन पर भी बड़ी संख्या में लोग फुटपाथ और सड़क किनारे सोते हैं।