Garda Shoe Fair: इटली से की आगरा ने तौबा, गार्डा फेयर में भी नहीं दिख रही रुचि
Garda Shoe Fair पिछले वर्ष सीएलई के माध्यम से गई थीं 25 कंपनियां। इटली में 11 से 14 दिसंबर तक प्रस्तावित है शू फेयर। छोटी कंपनियों के लिए प्रति कंपनी 90 हजार रुपये तक ग्रांट सरकार उपलब्ध कराती है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में निर्धारित समय से पूर्व इटली में होने जा रहे गार्डा फेयर में काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट (सीएलई) के माध्यम से जाने में अभी तक केवल दो कंपनियों ने रुचि दिखाई है। सीएलई जूता कंपनियों से संपर्क साधने में जुटा हुआ है। इसके चलते सरकार से ग्रांट मिलने के बावजूद सीएलई ने हॉल बुक नहीं कराया है। छोटी कंपनियों के लिए प्रति कंपनी 90 हजार रुपये तक ग्रांट सरकार उपलब्ध कराती है।
इटली में जून व जनवरी में गार्डा फेयर होता है। जून में फेयर का आयोजन काेरोना के चलते नहीं हो सका था। जनवरी में होने वाला फेयर आयोजकों ने एक माह पूर्व 11 से 14 दिसंबर तक कराने का निर्णय लिया है। फेयर में हर वर्ष भारतीय जूता निर्यातक शामिल होते हैं। बड़ी कंपनियां सीधे फेयर के लिए बुकिंग करती हैं, जबकि 15 करोड़ रुपये से कम टर्नओवर वाली या स्टार्टअप करने वाली कंपनियां सीएलई के माध्यम से फेयर में भाग लेती हैं। उनके लिए सीएलई द्वारा हॉल बुक किया जाता है। पिछले वर्ष सीएलई के माध्यम से गार्डा फेयर में देशभर की 80 से अधिक कपंनियों ने भाग लिया था। इस बार 20 फीसद कंपनियों ने ही फेयर में भाग लेने को बुकिंग कराई है। आगरा में तो और खराब हाल है। यहां मात्र दो कंपनियों ने अब तक बुकिंग कराई है, जबकि पिछले वर्ष सीएलई के माध्यम से आगरा की 25 कंपनियों ने फेयर में भाग लिया था। इसके चलते एमएसएमई से ग्रांट मिलने के बावजूद सीएलई ने अभी तक फेयर में भाग लेने को हॉल बुक नहीं कराया है। सीएलई बुकिंग कराने को जूता कंपनियों से संपर्क साध रही है।
सीएलई के नोर्दर्न रीजन के चेयरर्मन पूरन डाबर ने बताया कि फेयर के लिए सरकार की ग्रांट की व्यवस्था हर वर्ष रहती है। कंपनियों के कमिटमेंट नहीं आने से सीएलई अपनी तरफ से मांग नहीं रख सकती थी। अब कमिटमेंट आने के बाद प्रयास किए जा रहे हैं।
समय से पूर्व आयोजन नहीं आ रहा रास
जूता कंपनियां समय से पूर्व फेयर के आयोजन को उचित नहीं मान रही हैं। इससे सीएलई को उन्होंने अवगत करा दिया है। सीएलई इस पर आयोजकों से वार्ता करने पर विचार कर रहा है।
अभी नहीं है कोई फ्लाइट
भारत से इटली के लिए वर्तमान में कोई फ्लाइट नहीं है। इटली ने यूरोपीय देशों के नागरिकों को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होने पर आने की अनुमति दे रखी है, लेकिन भारतीयों के लिए यह सुविधा अभी नहीं है। फ्लाइट और टूरिस्ट वीजा के बगैर जाने पर ही सवाल खड़े हैं।
फीका रहा है मिकेम फेयर
पिछले दिनों इटली के मिलान में मिकेम फेयर हुआ था। इसमें बहुत कम कंपनियों ने भाग लिया और लोग भी कम पहुंचे। कोरोना काल में यही चिंता गार्डा फेयर को लेकर भी उद्यमी जता रहे हैं।