Move to Jagran APP

हाथरस की दुष्‍कर्म पीडि़ता की मौत पर उबला आगरा, पुलिस ने किया 100 पर मुकदमा

हाथरस की रहने वाली युवती का दिल्‍ली में उपचार के दौरान निधन होने पर लोगों में जबरदस्‍त आक्रोश। वीर वाल्‍मीकि सेना और बहुजन संगठन के सदस्‍यों ने फूंका पुतला। पुलिस ने चार को किया गिरफ्तारए 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 06:22 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 10:37 PM (IST)
हाथरस की दुष्‍कर्म पीडि़ता की मौत पर उबला आगरा, पुलिस ने किया 100 पर मुकदमा
आगरा में हरीपर्वत थाने के सामने हाथरस की युवती की मौत पर पुतला फूंकतेे लोग।

आगरा, जागरण संवाददाता। सामूहिक दुष्‍कर्म का शिकार बनी हाथरस की युवती की मौत पर उबाल आगरा में भी है। मंगलवार दोपहर बाद जैसे ही यह खबर यहां पहुंची तो लोगों में आक्रोश फैल गया। एमजी रोड पर वीर वाल्‍मीकि सेना और बहुजन संगठन के सदस्‍य जुट गए। पुतला फूंका गया और आरोपितों को सख्‍त सजा दिए जाने की मांग की गई।

loksabha election banner

हाथरस में सामूहिक दुष्‍कर्म की शिकार बनी युवती ने मंगलवार को दिल्‍ली में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। युवती के पार्थिव शरीर को हाथरस लाया गया। इस खबर के बाद हाथरस, अलीगढ़ में लोगों में गुस्‍सा देखने को मिल रहा है। खबर आगरा में पहुंची तो यहां भी लोगों में उबाल आ गया। एमजी रोड पर हरीपर्वत थाने के सामने वीर वाल्मीक सेना और बहुजन संगठन के पदाधिकारियों ने इस घटना के खिलाफ फूंका आक्रोश जताते हुए सरकार का पुतला फूंका। कोविड-19 काल में पुलिस ने भीड़ के जुटने पर हरीपर्वत थाने में महामारी अधिनियम और लोक व्यवस्था भंग करने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। चार लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। मुकदमे में 100 अज्ञात भी शामिल किए गए हैं।

हाथरस की बेटी की हत्या ब्रज के माथे पर कलंक

हाथरस की अनुसूचित जाति की बेटी के साथ दुष्कर्म और हत्या को ब्रज के माथे पर कलंक बताते हुए कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है। मंगलवार शाम उन्होंने सामुदायिक भवन, छीपीटोला में शोकसभा कर मृतका को श्रद्धांजलि दी। शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू ने कहा कि घटना के आठ दिन बाद कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन करने पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज की। पीड़िता को तुरंत उपचार के लिए दिल्ली नहीं भेजना और मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार द्वारा घटना को फर्जी करार देने में दोषियों को बचाने की साजिश नजर आ रही है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हाईकोर्ट के न्यायाधीश से जांच कराई जाए। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी व फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की गई। विनोद बंसल, राजीव गुप्ता, विनोद जरारी, कपिल गौतम, हेमंत चाहर, दीपक शर्मा, अजहर वारसी, ताहिर हुसैन, वासिद अली, अनीता जेम्स, शिल्पा दीक्षित, आइडी श्रीवास्तव, अदनान कुरैशी, अनुज शर्मा, अनुज शिवहरे आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.