Dr Yogita Murder Case: एसएन मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉ. योगिता का कत्ल, साथी डॉक्टर ने कबूला जुर्म
Murder Mystery उरई के जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफीसर पद पर तैनात आरोपित डा. विवेक तिवारी ने पूछताछ में किया इकबाल ए जुर्म। गला दबाने के बाद किया चाकू से प्रहार।
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज की होनहार जूनियर डॉक्टर योगिता हत्याकांड का पर्दाफाश पुलिस ने 24 घंटे बीतने से पहले कर दिया है। सात साल पुराने परिचित और साथी मेडिकल छात्र रहे डा. विवेक तिवारी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
डा. विवेक ने गुरुवार सुबह पूछताछ में इकबाल-ए-जुर्म कर लिया है। विवेक ने कहा कि वह जालौन से डा. योगिता से मिलने आगरा आया था। कार में बैठते ही योगिता से हॉट टॉक हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि उसने योगिता की गला दबाकर हत्या कर दी। जब लगा कि योगिता की मौत नहीं हुई है तो उसने अपनी कार में रखे चाकू से योगिता के सिर पर प्रहार किया। हत्या के बाद सुनसान इलाके में लाश फेंककर, उसे लकडि़यों से दबाकर उरई भाग गया।
दिल्ली के नजफगढ़ इलाके की मूल निवासी डा. योगिता आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज में पीजी की छात्रा थीं। बुधवार सुबह डौकी थाना क्षेत्र में उनका शव मिला था। शाम तक शिनाख्त हो सकी। परिजनों से मिली जानकारी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगरा पुलिस ने उरई से वहां के जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफीसर डा. विवेक तिवारी को पकड़ा था।
डा. विवेक ने अपना जुर्म कबूल लिया है। डा. विवेक से डा. योगिता की पहचान एमबीबीएस करने के दौरान हुई थी। मुरादाबाद के तीर्थकर महावीर मेडिकल कॉलेज में दोनों ने पढ़ाई की। डा. विवेक एक साल सीनियर था। डा. योगिता आगे की पढ़ाई करने आगरा आ गईं और डा. विवेक सरकारी नौकरी में चला गया। डा. योगिता के गायब होने के बाद उनके भाई डा. मोहिंदर कुमार गौतम ने आगरा के एमएम गेट थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में डा. विवेक पर ही शक जताया था, डा. योगिता ने बताया भी था कि डा. विवेक उन्हें डिग्री कैंसिल कराने की धमकी दे रहा है।
मां से हुई थी शाम छह बजे बात
मां आशा ने बताया कि उनके पास मंगलवार को योगिता का शाम छह बजे फोन आया था। हालचाल देने के साथ ही उन्होंने डॉ. विवेक द्वारा धमकी देने की बात भी बताई थी।
सीसीटीवी फुटेज में अकेली जाती दिखीं जूनियर डॉक्टर
सीओ कोतवाली चमन सिंह चावड़ा ने बताया कि मंगलवार शाम 7.20 बजे योगिता सीसीटीवी कैमरे में घर से जाती हुई दिखी हैं। वे उस समय मोबाइल कान पर लगाकर बात कर रही थीं। सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज में वे काले रंग की कार में बैठती हुई भी दिखी हैं। योगिता का मोबाइल अभी गायब है।
रात में कॉल कर दी धमकी
जूनियर डॉक्टर की मां आशा ने बताया कि मंगलवार रात तीन बजे से लेकर पांच बजे तक उनके पास विवेक ने कई बार कॉल की। पहले तो योगिता के बारे में पूछा। इसके बाद उसने उसकी हत्या की धमकी भी दी।
कौन था रुटीन की जानकारी लेने वाला ?
डॉ. योगिता की मकान मालिकिन श्वेता के पास मंगलवार को सुबह 10.30 बजे एक अंजान नंबर से कॉल आई थी। उसने खुद को योगिता का रिश्तेदार बताते हुए उनके आने-जाने के रुटीन के बारे में पूछा। श्वेता ने यह जानकारी देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद एक बार और कॉल कर जानकारी मांगी। यह नंबर ट्रू कॉलर पर फीरोजाबाद के पार्थ चौधरी के नाम से दिख रहा था। आखिर वह कौन है? यह अभी पुलिस जानने का प्रयास कर रही है।
योगिता को नहीं छोड़ेगा, न खुद रहेगा
डा. योगिता का मोबाइल मंगलवार शाम से स्विच ऑफ जाने पर स्वजन चिंतित थे। बकौल योगिता के भाई डा. मोहिंदर, बुधवार सुबह विवेक ने उन्हें फोन किया कि वह योगिता को नहीं छोड़ेगा और खुद भी नहीं रहेगा। इसके बाद ही अनहोनी की आशंका पर वे आगरा आ गए। योगिता ने तीर्थंकर विवि, मुरादाबाद से एमबीबीएस की थी। विवेक वहां उनसे एक वर्ष सीनियर था। वह शादी को दबाव बना रहा था, जबकि योगिता ने मना कर दिया था।
पिता डिप्टी कमिश्नर
योगिता के पिता अमरेश गौतम नवोदय विद्यालय उदयपुर में डिप्टी कमिश्नर हैं। उनके भाई डॉ. मोहिंदर दिल्ली में ही प्रेक्टिस करते हैं।
आरोपित के पिता रिटायर्ड सीओ
डॉ. विवेक तिवारी के पिता विष्णु कुमार तिवारी रिटायर्ड सीओ हैं। वे किदवई नगर स्थित घर में ही रहते हैं।