World Organ Donation Day 2020: जिंदगी के उजाले पर कोरोना का अंधेरा, 300 नेत्रों को रोशनी का इंतजार
World Organ Donation Day 2020 नेत्रदान में अव्वल एसएन मेडिकल कॉलेज। कोरोना संक्रमण में नेत्रदान अभियान थमा।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिंदगी के उजाले पर कोरोना का अंधेरा छा गया है। एसएन मेडिकल कॉलेज में नेत्रदान से अंधता से पीडित मरीजों की रोशनी लौट रही थी। मगर, कोरोना संक्रमण के चलते नेत्रदान बंद हो गए हैं। ऐसे में गुरुवार को अंगदान दिवस पर चिकित्सक और संगठन लोगों को नेत्रदान सहित शरीर के अन्य अंग को दान करने के लिए जागरूक करेंगे।
एसएन मेडिकल कॉलेज में 2002 से आइ बैंक संचालित है, यहां पिछले साल रिकॉर्ड 40 नेत्रदान (एक नेत्रदान से दो कॉर्निया मिलती हैं) हुए। एक नेत्रदान से मिलने वाली दो कॉर्निया को अंधता से पीडि़त दो लोगों में प्रत्यारोपित किया जाता है। मगर, इस साल मार्च से नेत्रदान बंद हैं, जनवरी और फरवरी में 10 नेत्रदान हुए। कोरोना संक्रमण के चलते नेत्रदान नहीं हो रहे हैं। ऐसे में नेत्रदान की उम्मीद लगाए बैठे अंधता से पीडित मरीज परेशान हैं। वे एसएन में पफोन कर नेत्रदान कब शुरू होंगे, इसकी जानकारी ले रहे हैं। यहां करीब 300 अंधता से पीडित मरीजों को कॉर्निया प्रत्यारोपण की जरूरत है।
मृत्यु के छह घंटे तक हो सकता है नेत्रदान
मृत्यु के छह घंटे तक नेत्रदान कराया जा सकता है। इसके लिए निधन के बाद आंखों पर रुई गीली कर रख दें। पंखा बंद कर दें, जिससे कॉर्निया में नमी बनी रहे। सिर के नीचे तकिया लगा दें। नेत्रदान के लिए कॉर्निया निकाली जाती है, पूरी आंख नहीं निकाली जाती है।
अंगदान के लिए चलाया अभियान
सत्यमेव जयते ने आइएमए की मदद से अंगदान के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया। ब्रेन डेड होने पर अंगदान किया जा सकता है। आगरा में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा नहीं है, ऐसे में यहां अंगदान के बाद प्रत्यारोपण में समस्या आ रही है। अंग प्रत्यारोपण के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
इतने घंटे के अंदर अंग करने होते हैं प्रत्यारोपित
किडनी को 6-12 घंटे,
लीवर को 6 घंटे,
दिल को 4 घंटे, फेफड़े को 4 घंटे,
पेंक्रियाज को 24 घंटे
टिश्यू को 5 साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
एसएन में नेत्रदान से मिली कॉर्निया
2015 - 24 कॉर्निया
2016 - 29 कॉर्निया
2017 - 30 कॉर्निया
2018 - 30 कॉर्निया
2019 - 80 कॉर्निया
2020 20 कॉर्निया
एसएन में नेत्रदान के लिए मोबाइल नंबर पर करें संपर्क - 9639592894
नेत्रदान से मिलने वाली कॉर्निया से अंधता से पीडि़त मरीजों की आंख की रोशनी लौट सकेगी। 300 से अधिक मरीज हैं, जिन्हें कॉर्निया की जरूरत है।
डॉ. शेफाली मजूमदार, प्रभारी, नेत्र बैंक, एसएन मेडिकल कॉलेज
कोरोना के संक्रमण के बाद से नेत्रदान बंद है, इससे अंधता से पीडित मरीज भी परेशान हैं, एसएन में लोग नेत्रदान के लिए आगे आ रहे हैं।
डॉ हिमांशु यादव, विभागाध्यक्ष नेत्ररोग विभाग एसएन मेडिकल कॉलेज