Double Murder: सिर पर सवार हुआ खून, फिर जान निकलने तक पत्नी और मासूम को चाकू से गोदता रहा वो
Double Murder पुलिस के मुताबिक आरोपित ने बहुत क्रूर अंदाज में अपनी पत्नी और बेटी की हत्या की है। पोस्टमार्टम में गुंजन के शरीर पर 17 घाव मिले हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। आपसी कलह में युवक के सिर ऐसा खून सवार हुआ कि वह क्रूर कातिल बन गया। वह पत्नी के शरीर पर तब तक चाकू से वार करता रहा, जब तक उसकी जान न निकल गई। मासूम बेटी की शरीर को भी गोदने पर उसके हाथ नहीं कांपे। पोस्टमार्टम में दोनों के शरीर पर मिले घावों को देखकर डॉक्टर भी हैरान थे।
मलपुरा के धनौली में वीरेंद्र ङ्क्षसह ने रात में पत्नी से हुए झगड़े के बाद उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। उसके साथ ही आरोपित ने अपनी तीन वर्ष की बेटी सूर्यांशी और डेढ़ वर्ष की बेटी अंतरा को भी चाकू से गोद दिया। किस्मत से अंतरा की जान बच गई। गुंजन और सूर्यांशी की मौके पर ही मौत हो गई थी। दोनों के शव लहूलुहान मिले थे। उनके शरीर पर घावों का अंदाजा नहीं लग रहा था। पुलिस मौके पर पहुंची तब पूरे घर में खून पड़ा था। पुलिस के मुताबिक, आरोपित ने बहुत क्रूर अंदाज में अपनी पत्नी और बेटी की हत्या की है। पोस्टमार्टम में गुंजन के शरीर पर 17 घाव मिले हैं। इनमें गर्दन, हाथ, सीने के साथ-साथ पीठ पर भी चाकू के घाव हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपित ने उसको चाकू से तब तक गोदता रहा होगा, जब तक उसकी सांसें नहीं थमी। इसी तरह बेटी सूर्यांशी के शरीर पर भी चाकू के आठ घाव मिले। सूर्यांशी की गर्दन पर बड़ा घाव था। इसके साथ ही बायें हाथ पर दो, दायें हाथ पर एक और सीने पर घाव थे। गांव में जिसने उसकी यह क्रूरता की कहानी सुनी रूह कांप गईं। सभी कह रहे हैं कि कोई इतना निर्दयी कैसे हो सकता है कि अपनी ही मासूम बेटी के सीने को चाकू से गोद डालेे।
पति-सास और ससुर गए जेल
गुंजन के भाई नितिन ने मलपुरा थाने में दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने इसमें पति वीरेंद्र, सास राजेश्वरी और ससुर रामवीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मुकदमे में सात नामजद हैं। अन्य की नामजदगी की पुलिस जांच कर रही है।
डेढ़ माह मामा के घर रही थी गुंजन
संसू मलपुरा: टूंडला राधेवाली गली निवासी मृतका गुंजन के भाई नितिन सिसोदिया ने बताया कि उनके मामा हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ के गांव नोर्था इसेपुर में रहते हैं। डेढ़ महीने पहले भी गुंजन को दहेज के लिए प्रताडि़त किया गया था। वीरेंद्र जबरन गुंजन को मामा देवेन्द्र प्रताप के घर छोड़ आया था। सोमवार को ही नितिन पत्नी और बच्चियों को वहां से लाया था। नितिन के मुताबिक पहले दिन कोई समस्या नहीं हुई। रक्षाबंधन अच्छी तरह मनाया गया। इसके बाद यह दर्दनाक घटना कर दी।