Documentary on Monuments: ताज और सीकरी की ड्रोन से शूटिंग करेगा पर्यटन मंत्रालय
Documentary of Monuments डीएम से मांगी है अनुमति एएसआइ दे चुका है पहले ही इजाजत। पर्यटकों को आकर्षित करने को होगा फोटो व वीडियो का इस्तेमाल।
आगरा, जागरण संवाददाता। दुनियाभर में भारतीय स्मारकों का प्रचार कराने की मंशा के लिए वीडियो बनाने की तैयारी है। लेकिन ताजमहल व उसके आसपास ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित होने से पर्यटन मंत्रालय स्मारक की फोटोग्राफी व वीडियो शूटिंग नहीं करवा पा रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की इजाजत के बावजूद जिला प्रशासन से उसे ताजमहल और फतेहपुर सीकरी के लिए अनुमति नहीं मिल सकी है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा देश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की ड्रोन कैमरा से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जा रही है। ताजमहल अाैर फतेहपुर सीकरी की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी इसी कड़ी में की जानी है। इनका इस्तेमाल पर्यटकों को उप्र व आगरा आने को आकर्षित करने को किया जाएगा। भारत पर्यटन के माल रोड स्थित कार्यालय द्वारा 27 मई को और क्षेत्रीय निदेशक भारत पर्यटन द्वारा 29 मई को डीएम को ईमेल किया गया। महानिदेशक पर्यटन भारत सरकार मीनाक्षी शर्मा द्वारा उप्र के महानिदेशक पर्यटन एनजी रवि कुमार को 18 जून को पत्र लिखा गया। इसका उद्देश्य लॉक डाउन की अवधि में स्मारकों में भीड़-भाड़ नहीं होने से अच्छी अौर बढ़िया फोटो और वीडियो शूट करना है। आगरा में अनलॉक में भी स्मारक बंद हैं, जिससे स्मारकों की अच्छी फोटो व वीडियो शूट हो सकते हैं, लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिलने से काम अटका हुआ है। भारत पर्यटन द्वारा एक बार फिर डीएम से ताजमहल व फतेहपुर सीकरी में ड्रोन शूटिंग की अनुमति मांगी गई है।
डीएम के आदेश से है पाबंदी
ताज और उसके आसपास ड्रोन की उड़ान डीएम के आदेश से प्रतिबंधित है। 20 फरवरी, 2017 को तत्कालीन डीएम द्वारा ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई थी। होटल, रेस्टोरेंट में पर्यटकों को इस बारे में जानकारी देने को बोर्ड लगाने के साथ ही पुलिस द्वारा ताजमहल के आसपास इसके स्टैंडी व होर्डिंग लगवाए जा चुके हैं।