Lockdown 4: घर से निकल रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, पुलिस बरत रही अतिरिक्त सख्ती
रात आठ बजे के बाद से रहेंगे कर्फ्यू जैसे हालात घर से बेवजह निकलने पर होगी कार्रवाई। वाहन चालको को पहचान पत्र और विभागीय पास साथ रखना होगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन 4 सोमवार से लागू हो गया है। इस बार पुलिस का रवैया सख्त रहेगा।रात आठ बजे के बाद से कर्फ्यू जैसे हालात रहेंगे। रात में घर से बेवजह निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।वहीं विशेष सेवा में लगे कर्मचारियों, बैंक कर्मियों और अस्पताल के स्टाफ के ड्यूटी आने-जाने का समय निर्धारित किया गया है। जिससे उनके वाहनों के चालान नहीं कटे।
लॉकडाउन चार मे अब कर्मचारी अपने साथ कार्यालय अधीक्षक की ओर से जारी पास अपने पास रखेंगे। पहचान पत्र भी रखना होगा। पास और पहचान पत्र इस तरह से रखा होना चाहिए कि पुलिस को दूर से ही दिखाई दे जाए।ड्यूटी पास सिर्फ घर से आफिस और आफिस से घर जाने के लिए मान्य होगा। इसका प्रयोग निजी कार्य के लिए नहीं हो सकेगा।
एसएसपी ने बताया कर्मचारी सुबह नौ से दस बजे के बीच आफिस जा सकेंगे। आने का समय शाम पांच बजे से साढ़े छह बजे के बीच का होगा। जिस कार्य के लिए पास जारी होगा, उसी कार्य को किया जा सकेगा। इसके अलावा पास का प्रयोग होने पर वाहन के चालान काटे जाएंगे। दोपहिया वाहन पर एक ही सवारी जा सकेंगे।मास्क, हैंड ग्लब्स का प्रयोग करना होगा। हाॅट स्पाट में वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि नियमानुसार ही वाहनों से कर्मचारियों को जाने दिया जाएगा। आपात स्थिति में आमजन को भी जाने की अनुमति होगी।
लॉकडाउन में हुए 25 चालान पुलिस ने किए निरस्त
लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस उसका उल्लझघंन करने वालों पर मुकदमे दर्ज कर रही है। वाहनों का भी लगातार चालान कर रही है। इस दौरान पुलिस ने ड्यूटी पर जाने वाले डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ और सरकारी कर्मचारियों के भी चालान कर दिए थे। इन लोगा ने एसएसपी से इसकी शिकायत की थी। एसएसपी ने जांच कराने के बाद 25 वाहनों के चालान निरस्त कर दिए। उनके खिलाफ की गई कार्रवाई गलत पायी।
जिले मे कोराेना संक्रमितों की संंख्या के मद्देनजर 44 हॉट स्पॉट बनाए हैं। लॉकडाउन का उल्लघंन करने वाले वाहन चालकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान पुलिस ने मेडिकल स्टाफ, पैथोलॉजी,सरकारी कर्मचारी और अन्य विभाग के कर्मचारियों के भी चालान किए। उक्त लोगों ने एसएसपी के यहां प्रार्थना पत्र दिए थे। इसमें आपातकाल की ड्यूटी में पुलिस द्वारा चालान काटने का आरोप था। एसपी ट्रैफिक ने जांच के बाद शिकायत सही पाए जाने पर चालानों को निरस्त कर दिया गया। इनमें जिलाधिकारी कार्यालय के पांच कर्मचारी,जिला अस्पताल के कर्मचारी,मेडिकल इमरजेंसी के चार वाहन,नगर निगम के दो कर्मचारी, तीन पैथलॉजी के कर्मचारी,जिला खाद्य एवं रसद विभाग का वाहन, पांच डाक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ शामिल हैं।
प्रमुख मामले
-पुलिस ने जिला अस्पताल की नर्स मौर्या के पति के वाहन का चालान काटा था।नर्स को छोड़ने पति वाहन से आए थे।शिकायत मिलने पर पुलिस ने जांच की।चालान निरस्त कर दिया गया।
-नोडल अधिकारी कोविड-19 अनीता श्रीवास्तव की राशन वितरण केंद्र नाई की मंडी पर ड्यूटी थी।वह पति के साथ स्कूटर से जाती थी।पुलिस ने स्कूटर का चालान काट दिया था।
पास दिखाया, जांच में नहीं हुई पुष्टि
नालबंद चौराहे पर सोमवार को इंस्पेक्टर संजय कुमार त्यागी ने चेकिंग में बाइक सवार को रोका। उसने अपना नाम मोहित निवासी खतैना बताया। फार्मा कंपनी का पास दिखाया। इसकी जानकारी ड्रग इंस्पेक्टर से करने पर उनका कहना था कि पास उन्होंने जारी नहीं किया था। इस पर पुलिस ने चालान की कार्रवाई की।
लॉकडाउन उल्लंघन में 1704 मुकदमे
सोमवार को लॉक डाउन उल्लंघन के तीन मुकदमे दर्ज किए गए। वहीं 4224 वाहनों को चेक किया गया इनमें 1525 के चालान काटे गए।20 वाहन सीज किए गए। लॉकडाउन के दौरान अब तक 1704 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। 589 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आपात स्थिति में जाने वाले जिन लोगों और पास धारक कर्मचारियों के चालान की कार्रवाई हुई थी।इन लोगों ने प्रार्थना पत्र दिया था। उनके चालान जांच के बाद निरस्त किए गए हैं।आगे भी जांच कराकर पास धारक और सरकारी कर्मचारियों के चालान निरस्त किए जाएंगे।
बबलू कुमार, एसएसपी