CoronaVirus: लापरवाही, लैब में घूम रहे सैंपल, भटक रहे मरीज
15 मई को लिए गए सैंपल एसएन के बाद जालमा कुष्ठ रोग संस्थान भेजे गए। रिपोर्ट में देरी से लोग परेशान आइसोलेशन वार्ड और क्वारंटाइन सेंटर से नहीं मिल पा रही छुटटी।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना के केस कम होने के बाद भी व्यवस्थाएं खराब होती जा रही हैं। आइसोलेशन वार्ड, क्वारंटाइन सेंटर सहित कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल एक से दूसरी लैब में भेजे जा रहे हैं। इससे रिपोर्ट आने में देरी हो रही है, आइसोलेशन वार्ड में 14 दिन से भर्ती मरीजों का सब्र जवाब देने लगा है।
एसएन मेडिकल कॉलेज और जामला कुष्ठ एवं अन्य माइकोबैक्टीरियल रोग संस्थान की माइक्रोबायोलॉजी लैब में कोरोना के सैंपल की जांच की जा रही है, इन दोनों लैब में एक दिन में 250 से 300 सैंपल की जांच हो सकती है। पिछले तीन दिनों से 200 से कम सैंपल लिए जा रहे हैं, इसमें भी अधिकांश सैंपल आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना पॉजिटिव और क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती संदिग्ध मरीजों के भेजे गए हैं। मगर, इन सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ सकी है। 15 मई को लिए गए सैंपल पहले एसएन भेजे गए, वहां से एक दिन बाद 16 मई को जालमा कुष्ठ रोग संस्थान भेज दिए गए। यहां 17 मई को सैंपल के जांच की प्रक्रिया शुरू हुई।
उधर, सैंपल की रिपोर्ट 24 घंटे के बाद भी ना आने से आइसोलेशन वार्ड में 14 दिन से भर्ती मरीजों का सब्र जवाब दे गया। वे डिस्चार्ज होने की आस लगाए बैठे थे। मगर, रिपोर्ट ना आने से तमाम मरीजों की छुटटी नहीं हो सकी है।
सैंपल लेने और रिपोर्ट जल्द आने की प्रक्रिया को सुधार जा रहा है, जिससे किसी को समस्या ना आए।
डॉ आरसी पांडे, सीएमओ
हॉट स्पॉट क्षेत्रों में चर्म रोग और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा हॉट स्पॉट क्षेत्रों में शिविर लगाया गया, यहां गर्मी के कारण चर्म रोग और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। शिविर में 1258 मरीजों को परामर्श दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वजीरपुरा, आवास विकास, भगवान टॉकीज, नगला बूढी, ककरैठा, ढोलीखार सहित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ संजीव वर्मन ने बताया कि शिविर में 1258 मरीजों को परामर्श दिया गया। इसमें 661 पुरुष और 507 महिलाएं थी। 88 बच्चों का चेकअप किया गया। 100 मरीज चर्म रोग के और 13 मरीज हाई ब्लड प्रेशर के मिले, इन्हें इलाज दिया गया। 10 मरीज मधुमेह के मिले।