Expressway: जिदंगी से 'खेल' रहे बदमाशों के पनाहगार 'खोखे' Agra News
लखनऊ और यमुना एक्सप्रेस-वे के साथ इनर रिंग रोड किनारे फिर सज गए अवैध बाजार। मथुरा सीमा क्षेत्र में पुलिस ने अभियान चलाकर हटाए थे ढाबे और खोखे।
फैक्ट फाइल
- 20 अवैध खोखे हैं इनर रिंग रोड पर।
- 15 अवैध खोखे हैं यमुना एक्सप्रेस-वे पर खंदौली टोल तक।
- 10 अवैध खोखे हैं लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर फतेहाबाद टोल के आसपास।
आगरा, जागरण संवाददाता। एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरते वाहनों को नियंत्रित करना आसान नहीं। वह भी तब, जबकि अचानक सामने कोई अवरोधक दिखाई दे जाए। अचानक वाहन रोका तो जान जोखिम में, नहीं रोका तो भी बचना मुश्किल। इनमें सबसे ज्यादा खतरा बन रहे हैं एक्सप्रेस-वे किनारे अवैध रूप से खुले ढाबे और खोखे।
आगरा-लखनऊ और नोएडा एक्सप्रेस-वे के साथ ही इनर रिंग रोड किनारे अवैध रूप से अवैध रूप से अस्थाई दुकानें और ढाबे खुल गए हैं। दरअसल, इन अस्थाई दुकानों पर कुछ खाने के लिए वाहन चालक अपने वाहन एक्सप्रेस-वे किनारे खड़ा करके चले जाते हैं। पीछे से तेज रफ्तार आने वाले वाहनों को ये दिखाई नहीं देते। नजदीक पहुंचने पर जब दिखते हैं, तब तक देर हो चुकी होती है। ऐसे में हादसा हो जाता है। इन्हीं को रोकने के लिए शासन की ओर से एक्सप्रेस-वे किनारे से अवैध ढाबे और खोखे हटाने के आदेश दिए जा चुके हैं। बीते साल जुलाई में झरना नाला हादसे के बाद एक फिर से इस दिशा में शासन स्तर से सख्ती की गई। कुछ दिन तो इसका असर दिखा लेकिन अब फिर से दोनों एक्सप्रेस-वे और इनर रिंग रोड किनारे अवैध ढाबे और खोखे खुल गए हैं।
बदमाशों के पनाहगार
वर्तमान में यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बने खोखे बदमाशों और असामाजिक तत्वों के पनाहगार भी बने हुए हैं। गांव के असामाजिक तत्व इन ढाबों पर डेरा जमाए रहते हैं और वारदात कर वहीं से पीछे खेतों के रास्ते होते हुए फरार हो जाते हैं। मथुरा में व्यापारी की कार पंचर कर लूट के बाद मथुरा पुलिस ने अपने सीमा क्षेत्र में अभियान चलाकर अवैध दुकानों और ढाबों को पिछले महीने बंद कराया था।
देसी दारू से विदेशी बीयर तक उपलब्ध
यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बनी दुकानों पर शराब से लेकर विदेशी बीयर तक उपलब्ध है। देसी शराब के ठेके यहां उठाए गए हैं। जबकि ढाबे और दुकानों पर अवैध बिक्री हो रही है। पूरी रात यह ट्रक ड्राइवरों को शराब मुहैया कराते हैं। नशे की हालत में गाड़ी चलाने के बाद झपकी लगना स्वाभाविक है और उसके बाद दुर्घटना होना भी तय।
ट्रक-ट्रोला से बचना मुश्किल
लंबी दूरी तय करने वाले ट्रक और ट्रोला चालक अक्सर इन ढाबों पर रुकते हैं। ये अपने बड़े वाहन एक्सप्रेस-वे किनारे खड़ा करके रेलिंग फांद कर खाना खाने चले जाते हैं। रात में ये डिपर या रिफ्लेक्टर लगाकर भी नहीं जाते। इसकी वजह से अंधेरे में ये दिखाई नहीं देते। ऐसे में बड़ा हादसा हो जाता है।
रेलिंग तक तोड़ दी हैं
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) और इनर रिंग रोड पर आगरा विकास प्राधिकरण की जमीन पर अवैध ढाबे और खोखे खुल गए हैं।
नहीं की गई कार्रवाई
शासन ने जिला प्रशासन को अवैध ढाबों और खोखों पर कार्रवाई के आदेश दिए थे। मगर, अब तक इन पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी है। कुछ दिन अभियान चला था लेकिन बाद में ठंडा पड़ गया।
टोल प्लाजा के पास खुले हैं जनसुविधा केंद्र
एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न टोल प्लाजा पर जन सुविधा केंद्र खोले गए हैं। मगर, अवैध ढाबे की अपेक्षा यहां कम यात्री पहुंचते हैं।
हाईवे किनारे भी बने मुसीबत
हाईवे किनारे अवैध रूप से खुले ढाबे भी आवागमन में मुश्किल खड़ी कर रहे हैं। इनकी वजह से भी आए दिन हादसे हो रहे हैं।