छह माह में 20 हजार मैग्नेटिक क्वाइन Missing, जानिए ताज पर हुई चोरी की वजह Agra News
टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद ही पर्यटकों को मिलता है प्रवेश। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने मंगाए 15 हजार क्वाइन।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल पर छह माह में 20 हजार मैग्नेटिक क्वाइन (टोकन) गायब हो गए हैं। इन्हें टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद ही पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश मिल पाता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने 15 हजार नए क्वाइन मंगाए हैं।
ताजमहल पर जून में टर्न स्टाइल गेट पर मैग्नेटिक क्वाइन स्कैन कर प्रवेश व निकास की व्यवस्था शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य पर्यटकों को सुविधा के साथ टिकटों की रीसेलिंग की आशंका को खत्म करना था। उस समय गोदरेज कंपनी से 40 हजार क्वाइन लिए गए थे। छह माह में इनमें से 20 हजार क्वाइन गायब हो गए हैं। क्वाइन कम पड़ने से ताज पर पर्यटकों को भी परेशानी हो रही है। टिकट लेने के बाद उन्हें क्वाइन का इंतजार करना पड़ता है। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि 15 हजार नए मैग्नेटिक क्वाइन मंगा लिए गए हैं।
ये रहीं वजह
क्वाइन गायब होने की कई वजह बताई जा रही हैं। इनमें गेट बंद होने के बाद प्रवेश नहीं मिलने से नाराज पर्यटकों का क्वाइन साथ ले जाना, स्मारक में भ्रमण के दौरान क्वाइन खो जाना, गाइड द्वारा ग्रुप के नहीं आने पर क्वाइन वापस नहीं करना मुख्य हैं।
20 लाख का नुकसान
गोदरेज कंपनी को एएसआइ को एक मैग्नेटिक क्वाइन के एवज में 100 रुपये देने होते हैं। इस हिसाब से 20 हजार क्वाइन खोने से एएसआइ को करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
12 जून को हुई थी शुरुआत
ताज पर 10 जून को ट्रायल बेस पर पूर्वी व पश्चिमी गेट पर टर्न स्टाइल गेट से प्रवेश की व्यवस्था शुरू की गई थी। 12 जून से टिकट विंडो से पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वाइन के साथ टिकट के मूल्य की रसीद देना शुरू किया गया था।