ताजनगरी के ग्रेटा थनबर्ग हैं यह बच्चे, जानिए क्यों
अपने शहर को संवारने में लगते हैं हर रविवार को दीवारों पर पेटिंग और सफाई अभियान चलाते हैं नन्हे हाथ
जागरण संवाददाता, आगरा: पिछले दिनों ग्रेटा थनबर्ग के बयानों से पूरी दुनिया हिल गई थी। पर्यावरण को लेकर कही गई ग्रेटा की बातों ने सबको झकझोर कर रख दिया। लोग सड़कों पर उतर आए। रैलियां निकाली गईं। जागरूकता आई और संकल्प लिए गए। इन सबसे पहले हमारी ताजनगरी में भी कई ग्रेटा थनबर्ग छोटे स्तर पर अपने शहर को संवारने में जुटे हुए थे।
आगरा में कई सालों से रविवार की सुबह कुछ अलग होती रही है। इंडिया राइजिंग संस्था के सदस्य अपने शहर को संवारने के लिए रविवार की सुबह सड़क किनारे दिख जाते हैं। इस काम में कई हाथ जुड़े हुए हैं। लेकिन कुछ हाथ इतने छोटे हैं कि वे ठीक से पेंट ब्रश भी नहीं पकड़ पाते हैं। ताजनगरी की यंग जनरेशन ने भी अपने शहर की सफाई को अपने कंधे पर उठाने का संकल्प लिया। इंडिया राइजिंग संस्था से कई बच्चे जुड़े हुए हैं, जो हर रविवार बाकी सदस्यों के साथ शहर की सड़कों के किनारे दीवारों पर पेंट करते हैं। उन्हें सुंदर बनाते हैं। चित्रकारी करते हैं।
रविवार की सुबह अपने शहर को संवारने की जिम्मेदारी उठाने वाले बच्चों में सांची गर्ग, अर्शित गर्ग, नूर मानकता, कबीर मानकता,विनय राजपूत, गरिमा राजपूत, जयदीप,शौर्य, अंश, श्रेयस जौहरी, श्रीधी, अक्षरा,विदुषी आदि शामिल हैं। इनमें से कई बच्चों के अभिभावक भी इस अभियान से जुड़े हुए हैं। परीक्षाओं के समय यह बच्चे ब्रेक ले लेते हैं। बाकी पूरा साल यह हर रविवार को अभियान में सहयोग करते हैं। यह बच्चे न केवल पेंट करते हैं, बल्कि सफाई में भी पूरा सहयोग करते हैं। सफाई और पर्यावरण को लेकर अपने साथियों को जागरूक करने काम भी यह बच्चे पूरी जिम्मेदारी से करते हैं।