पड़ोसी मुल्क से तल्ख ताल्लुकात ने रसोई में पैदा कर दी किल्लत Agra News
,HPCommonManIssue Crisis of Halite in local market due to tension between India and Pakistan Price hike of Sendha Namak लाहौरी नमक सेंधा नमक छुआरे
आगरा, गगन राव पाटिल। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहा तनाव बाजार पर असर दिखाने लगा है। पड़ोसी मुल्क से आने वाला सेंधा नमक (लाहौरी नमक) और छुआरा की पिछले कुछ माह से जबरदस्त किल्लत हो गई है। जो सामान आ रहा है, उसे लोगों को काफी अधिक कीमत चुकाकर खरीदना पड़ रहा है।
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद से दोनों देशों में तनाव का ग्राफ लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है। भले ही करतारपुर बॉर्डर को लेकर रिश्तों में कुछ नरमी आई हो, लेकिन स्थिति अब भी सामान्य नहीं है। इसका असर बाजार पर साफ देखा जा सकता है। मसलन, रोजमर्रा की चीजों में इस्तेमाल होने वाला सेंधा नमक और छुआरा की काफी कमी बनी है। इन दोनों की ही बहुत खपत होती है। कारोबारियों का कहना है कि यह कमी पिछले तीन चार माह से बनी हुई है। लाहौर का बॉर्डर बंद होने से माल की आपूर्ति प्रभावित है। जिसके चलते 150 रुपये किलो वाले छुआरे की थोक कीमत 300 और 25 रुपये किलो वाला सेंधा नमक 40 रुपये किलो का हो गया है। खुदरा में यह और महंगा है। जिसे खरीदना ग्राहकों को भारी पड़ रहा है।
मुंशी पन्ना मसाला उद्योग के मालिक नितिन गोयल नेे कहा कि घरेलू बाजार में सेंधा नमक की काफी बिक्री होती है। छोटे-बड़े साइज के पैकेट बाजार में उतारे जाते हैं। तीन-चार माह से काफी कमी चल रही है। किराना कारोबारी पियूष अग्रवाल ने कहा कि सेंधा नमक का प्रयोग काफी लोग करते हैं। वहीं, स्वास्थ्य के लिए विशेषकर ठंड छुआरा काफी कारगर साबित होता है। लोगों को महंगा कीमत पर खरीदना पड़ रहा है।
इसलिए होता प्रयोग
माना जाता है कि छुआरे की तासीर गर्म होती है। इसके सेवन से शरीर मजबूत होता है। वहीं, सेंधा नमक का प्रयोग लोग अक्सर सिकाई करने तथा बीपी नियंत्रण करने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं गाय को भी उनका हाजमा सही रखने के लिए खिलाया जाता है। वृंदावन स्थित श्रीपाद गोशाला के संचालक बाबा दामोदरदास का कहना है कि महंगा मिल रहा है, लेकिन खरीदना पड़ा है। इस समय उनके पास सेंधा नमक का स्टॉक है।