एक दिन में सप्ताह भर की हाजिरी लगा रहीं डॉक्टर, छापा
सीएचसी जैतपुर कलां के औचक निरीक्षण में सीएमओ ने पकड़ा हाजिरी का खेल डॉ. ज्योति राठौर का एक महीने का वेतन रोका अधिकांश स्टाफ मिला अनुपस्थित
आगरा, जागरण संवाददाता। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जैतपुर कलां के औचक निरीक्षण में बुधवार को सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने डॉक्टर की हाजिरी का खेल पकड़ लिया। सीएचसी पर तैनात डॉ. ज्योति राठौर एक दिन आकर पूरे सप्ताह की हाजिरी लगा रहीं थीं, इनका एक महीने का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया है। वहीं, सीएचसी पर अनुपस्थिति मिले डॉक्टर सहित अधिकांश स्टाफ का एक दिन का वेतन रोक दिया है।
सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स सुबह 10.30 बजे सीएचसी जैतपुर कलां पहुंचे, यहां अधीक्षक डॉ. विनय कुमार और डॉ. जितेंद्र वर्मा मिले। डॉ. ज्योति राठौर के अवकाश सीएल का प्रार्थना पत्र रखा हुआ था, हाजिरी रजिस्टर चेक किया। इसमें छुट्टी के प्रार्थना पत्र से ज्योति राठौर के हस्ताक्षर अलग थे, शक होने पर पूरे महीने की हाजिरी की जांच की गई। स्टाफ और मरीजों से पूछताछ में सामने आया कि एक दिन आकर डॉक्टर अपनी पूरे सप्ताह की हाजिरी लगा रहीं थीं, सीएचसी पर 200 मरीज आते हैं। डॉ. ज्योति राठौर के ओपीडी रजिस्टर में 17 सितंबर को 85 मरीजों का नाम दर्ज था, इनका एक महीने का वेतन रोकते हुए नोटिस दिया है। डॉ. प्रियंका शर्मा, डॉ. अनुपम दुबे, डॉ. दुष्यंत, डॉ. संजीव राठौर, एएनएम नीलम अनुपस्थित मिलीं। हेल्थ वर्कर नंदी देवी 22 अगस्त से सुषमा पाठक एक सितंबर से अनुपस्थिति थीं, इन सभी का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। पिनाहट स्वास्थ्य केंद्र पर संजू सिंह 13 सितंबर से अनुपस्थित थे, इनका वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में छुट्टी निरस्त कर दी हैं। प्रसव के बाद प्रसूता की छुट्टी, बाहर से आ रहा खाना
सीएचसी जैतपुर कलां में निरीक्षण में शामिल उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शशि कांत राहुल ने बताया कि 8 प्रसव हुए थे, इनमें से तीन प्रसूता ही भर्ती थीं। प्रसूता को 48 घंटे भर्ती रखना चाहिए, इन्हें पौष्टिक आहार दिया जाता है। मगर, ठेकेदार बाहर से खाना मंगाकर दे रहा था, इसके लिए नोटिस दिया है।