बबलू यादव की तरक्की से जलने लगा था आरोपित देवा
प्रॉपर्टी डीलर के हत्यारों को पुलिस ने जेल भेजासंजय और वीनेश की गिरफ्तारी से सामने आ सकते हैं कई और पहलू
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के सनसनीखेज प्रॉपर्टी डीलर के हत्यारों को पुलिस ने जेल भेज दिया। हत्याकांड के पर्दाफाश का दावा करते हुए पुलिस ने दो शूटरों को गिरफ्तार किया था। प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की साजिश रचने वाला देवा उसकी तरक्की से जलने लगा था। फरार शूटरों संजय और वीनेश की गिरफ्तारी के बाद कई और पहलू भी सामने आ सकते हैं।
सिकंदरा के भावना एस्टेट में 15 दिसंबर को बाइक सवार हमलावरों ने प्रॉपर्टी डीलर बबलू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिली थी। हत्याकांड के पर्दाफाश को परिजन नौ महीने धरना-प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने 20 अगस्त को एसएसपी कार्यालय पर आत्मदाह का प्रयास किया था। शनिवार को पुलिस ने बबलू यादव की हत्या का पर्दाफाश करने का दावा किया। शूटरों सत्यवीर निवासी निर्भयगढ़ी थाना पचोखरा फीरोजाबाद, दीपा उर्फ दीपू उर्फ सनक सिंह निवासी रामनगर थाना पचोखरा को गिरफ्तार किया। सत्यवीर ने बताया कि बबलू को गोली साथी शूटर संजय ने मारी थी।
पुलिस का दावा है कि बबलू की हत्या की सुपारी सिकंदरा स्थित केके नगर निवासी सलुआ उर्फ देवा ने पांच लाख रुपये में सत्यवीर को दी थी। हत्या में शामिल देवा के अलावा मनोज निवासी केके नगर सिकंदरा, संजय निवासी अलाऊ थाना टूंडला, वीनेश निवासी निर्भयगढ़ी पचोखरा अभी फरार हैं।
प्रॉपर्टी डीलर के परिजनों के अनुसार देवा उर्फ सलुआ उसकी तरक्की से जलने लगा था। बबलू वर्ष 2017 में सिकंदरा हाईवे स्थित एक होटल पर अपना तकादा करने गया था। वहां पर देवा ने उससे नमस्कार करने की कहा। बबलू ने ध्यान नहीं दिया ये बात देवा को बुरी लग गई। उक्त घटना के कुछ दिन बाद देवा और उसके साथियों ने बबलू यादव को घेर लिया। बबलू के फोन करने पर पहुंची पुलिस ने पीछा कर देवा को तमंचों समेत दबोच लिया था। उससे बरामद गाड़ी भी चोरी की निकली थी।
पुलिस ने देवा पर मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया। इससे वह बबलू से रंजिश मानने लगा। उसकी तरक्की से जलने लगा था। प्रॉपर्टी डीलर के पिता राजेंद्र और बहन कीर्ति का कहना है कि बबलू की हत्या जमीन के विवाद में नहीं की गई। सलुआ उर्फ देवा ने बबलू की तरक्की से जलकर उसकी हत्या कराई। पर्दाफाश पर जवाब मांगते सवाल -पुलिस का दावा है कि बबलू यादव की पांच लाख रुपये में सुपारी दी गई थी। सभी के हिस्से में सवा-सवा लाख रुपये आए थे। मगर, गिरफ्तार आरोपितों से कोई रकम बरामद नहीं हुई।
-हत्याकांड में दो बाइक प्रयुक्त हुई थीं। पुलिस ने आरोपित तो गिरफ्तार किए लेकिन घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद नहीं की।
-पुलिस का दावा है कि बबलू की हत्या जमीन के विवाद के चलते सलुआ उर्फ देवा ने कराई। जबकि परिजन जमीन के विवाद को नकार रहे हैं।
-हत्याकांड की साजिश रचने और सुपारी देने वाले को पुलिस ने पहले भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। उस समय पूछताछ में सच सामने क्यों नहीं आया।
-शूटर सत्यवीर को पुलिस ने जिम ट्रेनर की सुपारी लेने में गिरफ्तार किया था। तब उससे पूछताछ क्यों नहीं की गई।
-सलुआ उर्फ देवा पर परिजन पहले दिन से शक जता रहा थे। उनकी बात पर विश्वास करने में पुलिस को नौ महीने क्यों लग गए।
-अधिकांश गुडवर्क की फर्द में सर्विलांस और क्राइम ब्रांच भी शामिल रहती है। सनसनीखेज हत्याकांड के पर्दाफाश की फर्द में कोई शामिल क्यों नहीं हुआ।