यही रहे हालात तो एसी-फ्रिज चलाने में भी लागू होगा ऑड-ईवन
ऊर्जा संरक्षण के लिए अब जीरो डिस्चार्ज बिल्डिंग की तैयारी इंजीनियर्स डे की पूर्व बेला पर ऊर्जावरण विषय पर कार्यशाला
आगरा,जागरण संवाददाता। बढ़ती आबादी और भौतिक सुविधाओं के साथ ऊर्जा की खपत और ग्लोबल वार्मिंग भी बढ़ रही है। होटल इंडस्ट्री में प्रतिवर्ष बिजली की खपत में भी 20-25 फीसद की वृद्धि हो रही है। एक फीसद आबादी बढ़ने के साथ चार फीसद कचरा बढ़ने की समस्या पैदा हो जाती है। हम अभी नहीं चेते तो वह दिन दूर नहीं जब एसी और फ्रिज चलाने के लिए भी गाड़ी की तरह ऑड व ईवन जैसे नियम बनाने होंगे। इस समस्या से निजात दिलाने में इंजीनियरों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह बात इंडियन सोसायटी फॉर हीटिंग रेफ्रीजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियरिग (इसरो) द्वारा आयोजित कार्यशाला में सामने आई।
फतेहाबाद रोड स्थित होटल क्रिस्टल सरोवर में इंजीनियर्स डे की पूर्व बेला पर ऊर्जावरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। शुभारंभ मुख्य अतिथि हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. राजीव उपाध्याय ने किया। दिल्ली से आए इंजीनियर केडी सिंह ने कहा कि नेट जीरो यानि जीरो डिस्चार्ड बिल्डिंग तैयार हो चुकी हैं और अब जीरो डिस्चार्ड होटल बनाने की तैयारी की जा रही है। जहा बिजली पानी की अपनी व्यवस्था होगी। एसटीपी के पानी को ट्रीट करके बायो गैस बनाई जाएगी, जिससे एलपीजी की आवश्यकता नहीं होगी। वॉटर हार्वेस्टिंग और सोलर सिस्टम से पानी और बिजली अपनी होगी। दिनकर सक्सेना ने डेयरी वेस्ट का सही प्रयोग तथा सही निस्तारण के बारे में व्याख्यान दिया। टीटीजेड के सदस्य उमेश शर्मा ने कहा कि पर्यावरण के नाम पर काम कर रही ज्यादातर कंपनियां सिर्फ अपना व्यापार देख रही हैं। कार्यक्रम संयोजक अनिल गोयल, संस्था के अध्यक्ष शैलेन्द्र माथुर, अजीत फौजदार, आलिंद माथुर, राजकिशोर गुप्ता, अशोक यादव, मनोज कुशवाह आदि उपस्थित रहे।