Move to Jagran APP

एक APP जो बचाएगा चालान से भी और रखेगा वाहन के कागजात सभी Agra News

डीजी लॉकर और एम परिवहन पर उपलब्ध अभिलेख मानने होंगे चेकिंग अधिकारियों को। पूर्व में जारी हो चुका है शासनादेश सोमवार को प्रमुख सचिव ने फिर जारी किए निर्देश।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 01:58 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 01:58 PM (IST)
एक APP जो बचाएगा चालान से भी और रखेगा वाहन के कागजात सभी Agra News
एक APP जो बचाएगा चालान से भी और रखेगा वाहन के कागजात सभी Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आप एंड्रायड फोन इस्तेमाल करते हैं तो गाड़ी के कागजातों की मूल कॉपी साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं। मोबाइल में डीजी लॉकर एप डाउनलोड कर इसमें आप अपने अभिलेख सुरक्षित रखने पड़ेंगे। इसमें उपलब्ध अभिलेख चेकिंग करने वाले अधिकारी को मारने पड़ेंगे। सोमवार को प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने इस संबंध में दोबारा निर्देश जारी किए हैं।

loksabha election banner

दोपहिया वाहन हो या चार पहिया वाहन, अब किसी के पेपर खोने का कोई डर नहीं है। अब वाहन के साथ आपको उससे संबंधित अभिलेखों की मूल कॉपी लेकर चलने की जरूरत नहीं है। डीजी लॉकर एप और एम परिवहन एप पर पंजीकरण सर्टिफिकेट, डीएल समेत अन्य अभिलेख अपलोड कर चेकिंग के समय इन्हें दिखा सकते हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इस संबंध में आठ अगस्त 2018 में दिशा निर्देश जारी कर चुकी है। इसके मुताबिक डीजी लॉकर या एम परिवहन मोबाइल एप पर इलेक्ट्रॉनिक फार्म में उपलब्ध वाहन के डॉक्यूमेंट मोटर यान अधिनियम 1988 के तहत वैध माने जाएंगे। ये परिवहन प्राधिकारियों द्वारा जारी प्रमाण पत्रों के समतुल्य ही समझे जाएंगे। चेकिंग के दौरान यदि अधिकारी किसी अभिलेख को जब्त करना चाहें तो ई चालान सिस्टम से जब्त कर सकते हैं। एक वर्ष पूर्व जारी हुए शासनादेश के बाद भी जागरुकता के अभाव में न तो लोग ही इसका उपयोग कर रहे हैं। इसीलिए सोमवार को प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने इस संबंध में निर्देश जारी कर इसका चलन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। एआरटीओ प्रशासन अनिल कुमार ने बताया कि डीजी लॉकर एप वाहन चालकों की सुविधा के लिए बहुत महत्वपूर्ण एप है। इस पर उपलब्ध अभिलेख वैध माने जाएंगे।

ऐसे डाउनलोड करें डीजी लॉकर एप

- सर्वप्रथम \Rhttps://digilocker.gov.in लिंक खोलें।

- नए यूजर के तौर पर इसे साइन अप करें।

- दिए गए खाली स्थान में अपना मोबाइल नंबर भरें।

- आपके मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) एसएमएस किया जाएगा। इसे दिए गए खाली स्थान में भर लें।

- अगले चरण में आपको आधार कार्ड का नंबर भरना होगा। जैसे ही आप आधार कार्ड का नंबर भर देंगे, अगला कॉलम ओटीपी का आएगा। यह ओटीपी उस मोबाइल नंबर पर जाएगा जो आपके आधार कार्ड से लिंक होगा।

- ओटीपी भरने के बाद आगे बढ़े।

- इसके बाद आपको यूजर नेम और पासवर्ड देना पड़ेगा।

- यूजर नेम और पासवर्ड देने के बाद आपकी एप पर आइडी तैयार हो जाएगी।

-अब आप डीजी लॉकर एप पर अपने डीएल नंबर, आरसी नंबर, पेन नंबर आदि देकर इन्हें इस पर अपलोड कर सकते हैं।

सिर्फ चालान ही नहीं जान की भी करें परवाह

केस 1- फतेहाबाद में आरटीओ की टीम चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक ट्रक रोकने की कोशिश की। ट्रक चालक ने तेज रफ्तार से ट्रक को भगाया। आरटीओ की टीम ने ट्रक का पीछा किया तो दुर्घटना हो गई। इसमें आरटीओ की टीम के कुछ सदस्यों को भी चोट आईं।

केस 2- सिकंदरा चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस शनिवार को चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक चालक वहां से गुजरा। चेकिंग को देखते हुए उसने तेजी से बाइक दौड़ा दी। सामने से आ रहे आटो से टकराकर गिर गया। उसके सिर में चोट आई।

ये दो केस महज उदाहरण हैं वाहनों की चेकिंग के दौरान वाहन चालकों में ये आम है। चालान से बचने के लिए लोग भागने की कोशिश करते हैं। ऐसे में दुर्घटनाएं हो जाती हैं जिसमें या तो वे खुद को चोटिल कर लेते हैं या फिर सामने वाले चालक की मुश्किलें बढ़ा देते हैं।

बेशक, मोटरव्हीकल अधिनियम का नया कानून अभी सूबे में लागू नहीं हुआ है लेकिन इसको लेकर लोगों में भय हैै। हालात ये हैं कि चालान से बचने के लिए लोग जान जोखिम में डाल रहे हैं। चौराहे पर टै्रफिक पुलिस द्वारा चेकिंग को देखते ही गाड़ी भगाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.