तीन बार रंग बदलता इस मंदिर का शिवलिंग, जानिए क्या है चमत्कार का इतिहास Agra News
राजेश्वर मंदिर की प्राचीनता और मान्यता के कारण यहां हजारों लोग सावन के सोमवार को आकर आराधना करते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। ऐतिहासिक नगरी आगरा पुण्य की नगरी भी कही जाती है। सावन के पहले सोमवार को राजेश्वर महादेव मंदिर पर लगने वाला मेला भी कम खास नहीं है। शमसाबाद रोड पर राजपुर चुंगी के पास राजेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। इस मंदिर की लीला न्यारी है। मान्यता है कि यहां स्थित शिवलिंग करीब 850 वर्ष पुराना है, जो दिन में तीन बार रंग बदलता है। मंदिर की प्राचीनता और मान्यता के कारण यहां हजारों लोग सावन के सोमवार को आकर आराधना करते हैं।
अपनी इच्छा से विराजमान हुए महादेव
मंदिर ट्रस्ट के उप सचिव पप्पू ठाकुर ने मंदिर के इतिहास के बारे में बताया कि राजाखेड़ा के एक साहूकार इस शिवलिंग को एमपी की नर्मदा नदी से लाए थे। इस शिवलिंग की स्थापना राजाखेड़ा में होनी थी। रात में विश्राम के दौरान वे राजपुर चुंगी क्षेत्र में रुके। उन्हें रात में स्वप्न आया कि भोले बाबा का शिवलिंग यहीं स्थापित करें, लेकिन साहूकार ने स्वप्न पर विश्वास नहीं किया। जैसे ही वे शिवलिंग को बैलगाड़ी से लेकर चलने को हुए, तो बैलगाड़ी खिंच ही नहीं पा रही थी। अचानक शिवलिंग बैलगाड़ी से गिरकर जमीन पर स्थापित हो गया। काफी प्रयास के बाद भी शिवलिंग वहां से नहीं उठा। जिसके बाद इस जगह पर राजेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण हुआ।
ट्रस्ट करता है देखभाल
मंदिर की देखरेख को ट्रस्ट बनाया गया था। इसके बाद लोगों के सहयोग से प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार शुरू किया गया। आज मंदिर का मुख्य भवन भव्य रूप ले चुका है। इसमें कार्विग व जाली वर्क का बेहतर काम किया गया है, जो देखते ही बनता है। यहां सावन के पहले सोमवार को मेला लगता है, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है।
सावन में होती है विशेष पूजा
सावन के महीने में मंदिर के पट सुबह चार बजे खुलते हैं। रात 10.30 बजे तक मंदिर खुला रहता है। सामान्य दिनों में दोपहर एक से 3.30 बजे तक मंदिर भगवान के शयन को बंद रहता है। सावन व नवरात्र में मंदिर पूरे दिन खुलता है। सावन के पहले सोमवार को मंदिर पर करीब 300 कांवड़ और करीब 400 कलश जल चढ़ाया जाता है।
सुबह सफेद तो रात को गुलाबी
शमसाबाद रोड राजपुर चुंगी स्थित श्रीराजेश्वर महादेव मंदिर 850 वर्ष पुराना है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां जो शिवलिंग स्थापित हैं, वो दिन में तीन बार रंग बदलते हैं। सुबह की मंगला आरती के दौरान सफेद रंग, दोपहर की आरती के दौरान हल्का नीला रंग और शाम की आरती के दौरान गुलाबी रंग का शिवलिंग दिखाई देती है।