बेटियां बोलीं 'कवच' नहीं ये है लाइफ कार्ड, जानिए योगी सरकार के नये अभियान के बारे में Agra News
योगी सरकार के अभियान कवच के अंतर्गत पुलिस एवं महफूज संस्थ ने एंग्लो बंगाली स्कूल की छात्राओं को दिए आत्मरक्षा के सुझाव।
आगरा, जागरण संवाददाता। बाल शोषण के प्रति योगी सरकार गंभीर बनी हुई है। बच्चों को शोषण से बचाने के लिए योगी सरकार ने कवच नामक अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत शहर के विभिन्न थानों में टीमें गठित की गई हैं जो स्कूलों में जाकर बच्चों को बाल शोषण के प्रति जागरूक कर रही है और उन्हें आत्मरक्षा के गुण भी सिखा रही है। अभियान के अंतर्गत रकाबगंज स्थित एंग्लो बंगाली स्कूल की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर और महफूज संस्था के समन्वयक नरेश पारस ने बालिकाओं से पूछा कि विषम परिस्थितियों में पुलिस से मदद लेते हो क्या ? इस पर छात्राएं बोलीं कि सर पुलिस से डर लगता है इसलिए मदद नहीं मांगते हैं। उनका व्यवहार भी ठीक नहीं रहता। इस पर नरेश पारस ने बताया कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है। उन्होंने साथ आए पुलिस उपनिरीक्षकों से बालिकाओं से संवाद करने को कहा कि वह उनसे मित्रवत व्यवहार करें।
कार्यक्रम में आए थाना रकाबगंज के उपनिरीक्षक पूजा शर्मा, चरन सिंह, आर एन कुरील, जितेंद्र कुमार और महिला कांस्टेबल रजनी शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि हम हमेशा आपकी सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। यदि कोई भी मदद न मिले और कोई हेल्पलाइन नंबर काम न करे तो सौ नंबर डायल करें। दस मिनट में पुलिस आपके पास होगी। उन्होंने सभी महत्वपूर्ण नंबरों की जानकारी दी। बालिकाओं ने भी पुलिस के साथ खुलकर चर्चा की। नरेश पारस ने बालिकाओं को कवच अभियान की जानकारी दी। इस पर छात्राएं बोलीं कवच मतलब लाइफ कार्ड।
अजय चाहर और मनोरमा यादव के निर्देशन में बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गये। महिला दरोगा पूजा शर्मा और कांस्टेबल रजनी शर्मा ने भी बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए।
बाल कल्याण समिति सदस्य विनीता कुलश्रेष्ठ, आशा गुप्ता, चाइल्ड लाइन की रितु वर्मा, आरती गौतम और शिवशंकर झा ने बालिकाओं को सुरक्षित रहने के टिप्स दिए। विनीता कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आपकी मदद के लिए तब तक कोई नहीं आएगा जब तक आप खुद सशक्त नहीं होंगी इसलिए आपको भी आगे आना होगा। इस स्कूल में कुल 198 बच्चों ने भाग लिया। इसके अलावा मधुनगर के नेताजी सुभाष चंद्र कन्या इंटर कालेज, राजकीय उमावि दिगनेर तथा टेढ़ी बगिया स्थित आचार्य भारती सेंट्रल पकंउमावि में भी आशा ज्योति केंद्र, जिला बाल संरक्षण इकाई तथा चाइल्ड लाइन के लोगों ने बालिकाओं को जागरूक किया गया।
नरेश पारस कर रहे कवच टीम की मॉनिटरिंग
हर थाने से थाना प्रभारी, एक उपनिरीक्षक तथा एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल को इसके लिए अधिकृत किए गए हैं। दो बाल कल्याण समिति सदस्य, छह आशा ज्योति केंद्र के सदस्य, तीन बाल संरक्षण इकाई, पांच चाइल्ड लाइन सदस्य तथा बीस सामाजिक कार्यकर्ता 135 स्कूलों में जाकर बच्चों को जागरूक कर रहे हैं। कवच अभियान में जुड़े सभी की मॉनिटरिंग महिला कल्याण विभाग द्वारा नामित मास्टर ट्रेनर नरेश पारस कर रहे हैं। आरटीआई एक्टिविट्स नरेश पारस बाल शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है। बच्चों की तस्करी के खिलाफ भी नरेश पारस ने कई अहम लड़ाई लड़ चुके है। कवच अभियान में बालिकाओं को आत्मरक्षा व जन जागरूकता संबंधी प्रशिक्षण देने वाले सभी प्रशिक्षकों को मास्टर ट्रेनर नरेश पारस द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है।