UP Weather: खुश हो जाइये, आज से बरसे हैं बदरा, देंगे सप्ताह पर राहत Agra News
अलग अलग समय पर हुई विभिन्न क्षेत्रों में बरसात। आमजन को गर्मी व उमस से मिली राहत। बच्चे युवाओं ने बारिश का लिया खूब आनंद।
आगरा, जेएनएन। ताजनगरी में शुक्रवार को दोपहर में झमाझम बरसात हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया। खुली छतों, सड़कों, पार्कों में बच्चों, युवाओं ने बरसात का जमकर आनंद लिया। युवा बाइकों पर फर्राटा भरते दिखे। बरसात होने से आमजन को भीषण गर्मी व उमस से राहत मिली। इधर बरसात शुरू होते ही शहर तरणताल में तब्दील हो गया। कई मोहल्लों में घुटनों तक जलभराव होने से राहगीरों को आवागमन में समस्या हुई। यही हाल फीरोजाबाद, मैनपुरी का भी रहा।
शहर में पिछले तीन महीने से आसमान से आग बरस रही थी। गुरुवार शाम बदले मौसम के मिजाज ने शुक्रवार को भी नरमी दिखाई। सुबह बादलों की ओट के साथ हुई लेकिन नौ बजे से गर्मी ने तेवर दिखाना शुरू कर दिए थे। सड़क पर दो कदम चलते ही राहगीरों के हलक सूखने लगते थे। घर के अंदर कूलर-पंखे भी राहत नहीं दे पा रहे थे। कई दिनों से गर्मी के साथ भारी उमस ने लोगों का हाल-बेहाल था। दोपहर करीब एक बजे पहले हल्की बूंदाबांदी हुई फिर तेज बरसात हुई। बरसात शुरू होते ही गर्मी व उमस से परेशान बच्चे, युवा, महिलाएं खुली छतों पर बरसात का आनंद लेने पहुंचे गए। करीब एक घंटे तक ही बरसात से आमजन को गर्मी से खासी राहत मिली। हल्की बरसात में ही गलियों में जलभराव होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश से खिले किसानों के चेहरे
जून बिना बारिश के गुजरने के बाद सूखे के आसार नजर आने लगे थे। खरीफ के सीजन में बुवाई भी अटकी हुई थी। बारिश शुरू हुई तो किसानों के चेहरे खिल गए। ग्रामीण क्षेत्र में जोरदार बारिश होने से बुवाई की तैयारी शुरू हो गई। बरसात होने के साथ बाजरा, धान समेत अन्य फसलों की बुवाई शुरू हो जाएगी। उपकृषि निदेशक हंसराज का कहना है कि लगातार दूर हो रहे मानसून से खरीफ की फसल में देरी हो रही थी। बारिश से किसानों को बड़ी राहत मिली है। अब जिले भर में तेजी से बुवाई शुरू होगी।
आठ जुलाई तक होगी बारिश
मौसम के अनुसार पांच जुलाई को बादल छाए रहने के साथ बारिश होगी। आठ जुलाई तक लगातार बारिश होने और बादल छाए रहेंगे। वहीं, नौ जुलाई से बूंदाबांदी होने की संभावना है।
दूषित पानी से फैल सकती है बीमारी
बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मगर, बारिश में दूषित पानी से बीमारी फैलने का खतरा है। इस मौसम में पीलिया और टायफाइड की आशंका बढ़ जाती है। एसएन के फिजीशियन डॉ. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि पानी का विशेष ध्यान रखें, साथ ही बाजार के खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें।
आगरा में 800 एमएम औसत बारिश
आगरा में 800 एमएम औसत बारिश होती है। मगर पिछले साल 2018 में 1100 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। जुलाई से सितंबर तक लगातार तीन महीने रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।
पिछले सालों में जुलाई में हुई बारिश
जुलाई 2018 में हुई बारिश - 322 एमएम
जुलाई 2017 - 106.6 एमए
जुलाई 2016 - 567 एमएम
जुलाई 2018 में हुई मानसून की बारिश
11 जुलाई - 46.4 एमएम
13 जुलाई - 21.2 एमएम
15 जुलाई - 22.6 एमएम
19 जुलाई - 19 एमएम
22 जुलाई - 28.6 एमएम
26 जुलाई - 104 एमएम