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सीएनजी सिस्टम बीमार, जिम्मेदार इलाज को नहीं तैयार, जानिए कैसे

कतार में लोगों का कीमती समय हो रहा बर्बाद शहर में कुल 1

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 06:26 AM (IST)
सीएनजी सिस्टम बीमार, जिम्मेदार इलाज को नहीं तैयार, जानिए कैसे
सीएनजी सिस्टम बीमार, जिम्मेदार इलाज को नहीं तैयार, जानिए कैसे

आगरा, जागरण संवाददाता। 13 वर्ष पहले शुरू हुआ शहर का सीएनजी सिस्टम बीमार हो गया है। समय-समय पर झोलाछाप उपचार से काम तो चलाया गया, लेकिन सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रीन गैस लिमिटेड और स्टेशनों की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ता झेल रहे हैं। सीएनजी भरवाने के लिए घंटों स्टेशनों पर कतार लगानी होती है। भीड़ और अव्यवस्थित स्थिति के कारण वाहनों में स्क्रैच लगते हैं। कई स्थानों पर जाम के हालात और हादसे की स्थिति बनती है।

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आगरा में वर्ष 2006 में सीएनजी आई थी। शहर में कुल 18 स्टेशन, 35 हजार से अधिक वाहनों को सीएनजी देते हैं। सबसे पहले टीपी नगर में मदर स्टेशन बनाया गया। यहां यूपीएसआरटीसी की बसों के लिए स्थान दिया गया। इसके बाद दूसरे डॉटर बूस्टर और डॉटर स्टेशन बने, ताकि वाहनों को गैस के लिए इंतजार न करना पड़े। खपत बढ़ने के साथ ही ताजगंज में दूसरा मदर स्टेशन बनाया गया। इसके बाद भी वाहनों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। ग्रीन गैस लिमिटेड ने शहर में स्टेशनों की संख्या तो बढ़ाई है, लेकिन उपभोक्ताओं के अनुसार कई अनउपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। शहर से दूर होने के कारण इन पर अकसर सन्नाटा ही रहता है। वहीं बाहरी क्षेत्र में पिछले दिनों विकसित हुए स्टेशन पर कंप्रेशर नहीं होने से वाहनों को पूरी गैस नहीं मिल पाती। हाईवे स्थित कुछ स्टेशनों पर जनरेटर की व्यवस्था नहीं है, इसलिए ये प्रभावित होते हैं और दूसरे डॉटर बूस्टर पर लोड बढ़ जाता है। कोठी मीना बाजार स्टेशन को ऑनलाइन होने का इंतजार

कोठी मीना बाजार स्टेशन शहर के बीच में होने के कारण इस पर लोड रहता है। यहां ऑनलाइन गैस सुविधा के लिए तो लाइन डाल दी गई है, लेकिन कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। गाड़ियां भरकर समय से नहीं पहुंचने के कारण उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है। कालिंदी बिहार मदर स्टेशन का इंतजार

कालिंदी बिहार क्षेत्र में नया मदर स्टेशन तैयार हो रहा है। सीएनजी सप्लाई के लिए तैयार होने में इसमें देरी होती जा रही है। विभागीय अधिकारी इस पर कुछ कहने से कतरा रहे हैं। कंप्रेशर हैं कमजोर

शहर के सीएनजी पंपों पर वाहनों की कतार क्यूं न लगे। टीपी नगर स्थित सीएनजी मदर स्टेशन पर लगे कंप्रेशर बेहद कमजोर व पुराने हो गए हैं। इनका प्रेशर पर्याप्त नहीं है। यहां से डॉटर और डॉटर बूस्टर स्टेशन को जाने वाली गाड़ियां भरने में दोगुना समय लग रहा है। इससे स्टेशनों की सप्लाई प्रभावित हो रही है। मदर स्टेशन स्तर पर कराना होगा सुधार

हजारों सीएनजी उपभोक्ताओं को समस्या से निजात दिलाने के लिए ग्रीन गैस को टीपी नगर मदर स्टेशन स्तर पर सुधार करना होगा। मशीनरी को दुरुस्त बनाना होगा और डॉटर एवं डॉटर बूस्टर स्टेशनों पर जाने वाली री-फिल गाड़ियों में होने वाली देरी को घटाना होगा। जवाबदेही वालों का बोलने से इन्कार

शहर में ग्रीन गैस लिमिटेड का कार्यालय है और व्यवस्था संभालने वाले अधिकारी भी। फिर भी उपभोक्ताओं की समस्या पर कुछ बोलने को वे तैयार नहीं होते हैं। ज्यादा पूछें तो कह दिया जाता है कि इसके लिए अधिकृत नहीं हैं। ये है आंकड़ा

- सीएनजी वाहन, 35 हजार

- सीएनजी स्टेशन, 18

- सीएनजी खपत, 70 हजार किलो प्रतिदिन

- सीएनजी क्षमता 1.60 लाख किलो प्रतिदिन


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