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हाईटेक हुआ विभाग, डाकिया आज भी साइकिल पर, नहीं बदले

राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस - हर दिन 30 से 40 किमी चलानी पड़ती है साइकिल - भत्ते के रूप में प्रति माह मिलते हैं केवल 180 रुपये

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 06:23 AM (IST)
हाईटेक हुआ विभाग, डाकिया आज भी साइकिल पर, नहीं बदले
हाईटेक हुआ विभाग, डाकिया आज भी साइकिल पर, नहीं बदले

आगरा, जागरण संवाददाता। कुछ दशक पहले की बात है, तब संचार का माध्यम केवल चिट्ठी होती थी। डाकिया की साइकिल की घंटी बजने का सबको इंतजार रहता था। समय बदला, इंटरनेट का दौर आया। डाक घर ने डिजिटल युग में कदम रखा। देखते-देखते सब हाईटेक हो गया। सब कुछ बदल गया, लेकिन नहीं बदली तो डाकियों की साइकिल। वे आज भी पुराने समय की तरह साइकिल से घर-घर चिट्ठी पहुंचा रहे हैं।

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एत्माददैला निवासी मुनेश पिछले 25 साल से यमुना पार में डाक बांट रहे हैं। जवानी से बुढ़ापा आ गया। साइकिल के हैंडल पर लगी टोकरी आज भी चिट्ठियों से भरी रहती है। मुनेश ने बताया कि वह दिनभर में करीब 30 से 40 किमी साइकिल चलाते हैं। 200 से 300 रजिस्ट्री, पार्सल, पत्र व स्पीड पोस्ट का वितरण करते हैं। इतनी साइकिल चलाने पर उन्हें भत्ते के रूप में केवल 180 रुपये महीना मिलते हैं। यह केवल एक पोस्टमैन की कहानी नहीं है, बल्कि जिले के करीब एक हजार पोस्टमैन और डाक सेवकों की यह कहानी है। विभाग हर साल एक जुलाई को राष्ट्रीय डाक कर्मचारी दिवस तो मनाता है, इसके बाद भी कर्मचारियों की हालात नहीं बदल पा रहा है। सब चाहते हैं कि सरकार डाकियों की तरफ ध्यान दे। प्रतिस्पर्धा के दौर में जल्द सर्विस देने के लिए साइकिल की जगह पेट्रोल भत्ता दिया जाए, जिससे तेज सर्विस दी जा सके। अपने खर्च से चला रहे मोटरसाइकिल

सरकार भले ही पोस्टमैन को मोटरसाइकिल की सुविधा नहीं दे पाई, लेकिन कुछ पोस्टमैन ने बाइक से डाक बांटने का काम शुरू कर दिया है। वह अपने खर्च पर बाइक से काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि कोई डाक 30 किमी दूर की होती है, अगर साइकिल से काम किया तो एक दिन में एक ही डाक बांट पाएंगे। उन्हें पूरे दिन में 200 से ज्यादा डाक बांटनी होती हैं, जो साइकिल से मुश्किल काम है। सरकार को पोस्टमैन पर भी ध्यान देना चाहिए। साइकिल भत्ते के रूप में कम से कम 2500 रुपये मिलने चाहिए, जिससे पोस्टमैन मोटरसाइकिल का प्रयोग कर सकें। इससे विभाग को लाभ मिलेगा।

विनोद सोलंकी, महासचिव, आल इंडिया पोस्टल इंप्लाइज यूनियन, पी फोर फैक्ट फाइल

-पोस्टमैन का पत्र वितरण करने का दायरा 15 से 30 किलोमीटर।

- साइकिल भत्ता 180 रुपये (प्रतिमाह)

- वर्दी, जूता, छाता, धुलाई के लिए पांच हजार रुपये प्रतिवर्ष


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