सस्ते पैकेज के चक्कर में बिगड़ सकता है छुट्टी का मजा
ऑनलाइन ठगी करने वाले बना रहे लोगों को धोखाधड़ी का शिकार वेबसाइट को अछी तरीके से देखकर ही करें पेमेंट
आगरा,जागरण संवाददाता। स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं। लोगों ने घूमने का प्लान बनाना शुरू कर दिया है। आप भी कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं और इंटरनेट के माध्यम से पैकेज टूर ले रहे हैं तो सतर्कता बरतें। कहीं, ऐसा ना हो कि आप ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाएं। साइबर क्रिमिनल्स फिर सक्रिय हो गए हैं।
गर्मियों की छुट्टी में सस्ते और अच्छे पैकेज के चक्कर में लोग इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन ठगी करने वालों द्वारा लुभावने ऑफर देकर लोगों को जाल में फंसाया जा रहा है। उनसे चेक मांगे जाते हैं या बैंक खाते में धनराशि जमा कराने को कहा जाता है। उनके जाल में फंसकर लोग बर्बाद हो रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने बताया कि इससे बचाव को विश्वसनीय टूर एंड ट्रैवल कंपनियों की वेबसाइट्स पर ही टूर पैकेज बुक कराने चाहिए। फेक यूआरएल (वेबसाइट्स) की मदद से ठगी
ठगी करने वाले लोग किसी भी वेबसाइट के नाम से मिलती-जुलती एक दूसरी साइट बना देते हैं। इसे ओपन करने पर यह बिल्कुल असली साइट जैसी ही दिखती है। हालाकि, असली साइट से इसका कुछ भी लेना-देना नहीं होता है। ऐसी साइट्स बनाने के बाद गूगल एडवर्ड्स पर डाल कर इन्हें ट्रेंड करा दिया जाता है। ऐसा करने पर ये साइट्स सर्च इंजन में भी ऊपर दिखाई देती हैं। इन साइट्स पर काफी कम कीमत में सामान दिखाया जाता है। जिससे ग्राहक प्रभावित होते हैं और सस्ते के चक्कर में ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं। ग्राहकों से पेमेंट लेने के बाद ये लिंक डिएक्टिवेट हो जाते हैं। इसके अलावा ई-कॉमर्स वेबसाइट के एप का क्लोन बनाकर उसे प्ले स्टोर पर अपलोड कर देते हैं। ऐसे में लोग जब प्ले स्टोर पर किसी एप को सर्च करते हैं तो कई बार क्लोन एप को ही असली एप समझ कर डाउनलोड कर लेते हैं और उन्हीं पर शॉपिंग करने लगते हैं। प्रमोशनल कॉल्स से बचें
लकी कस्टमर के नाम से आने वाले कॉल्स के जरिए भी ठगी हो रही है। इसमें बताते हैं कि लकी कस्टमर होने के कारण आपको 50 हजार का मोबाइल सिर्फ सात या 10 हजार में मिलेगा। इसके लिए आपको यह पैसे कंपनी के अकाउंट में जमा कराने होंगे। ऐसे में ठग कंपनी का फर्जी नाम बताकर पेमेंट ले लेते हैं। ऐसे करें बचाव
ठगी से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि जिस भी साइट से शॉपिंग करना चाहते हों उसका प्रॉपर यूआरएल ब्राउजर के एड्रेस बार में टाइप करके ही साइट पर जाएं और खरीदारी करें। वहीं क्लोन एप से बचने के लिए ई-कॉमर्स साइट पर जाएं और वहा पर दिए गए एप डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें। ऐसा करें सही वेबसाइट की पहचान
सही और गलत वेबसाइट पहचानने का सबसे आसान तरीका है कि जिस वेबसाइट का आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके नाम से पहले अगर हरे रंग का ताला बना आ रहा है तो वह वेबसाइट सुरक्षित है। अगर हरा ताला नहीं आ रहा है तो ऐसी वेबसाइट के इस्तेमाल से दूरी बना लें। पैकेज लेते समय कर लें पूरी जानकारी
अगर आप कहीं घूमने जा रहे हैं और ऑनलाइन होटल बुक करा रहे हैं तो बुकिंग से पहले होटल के बारे में जानकारी कर लें। होटल में क्या सुविधाएं हैं, इसके लिए आप रिव्यू का सहारा ले सकते हैं।