सेवायतों ने ही तोड़े मंदिर के नियम, कर दी बांकेबिहारी की फोटो वायरल
मंदिर परिसर में फोटो खींचना है प्रतिबंधित। अक्षय तृतीया पर सर्वांग दर्शन के फोटो सोशल मीडिया पर किए गए वायरल।
आगरा, जेएनएन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में फोटो खींचना गैर कानूनी है। मंदिर में दर्शन के समय ये बात एलाउंस भी होती है और जगह जगह लिखा भी गया है। ऐसे में अगर कोई भक्त मनमानी करते हुए आराध्य के फोटो खींच ले तो सुरक्षा गार्ड इस कदर उस पर टूट पड़ते हैं, जैसे कोई बड़ा गुनाह कर दिया हो। लेकिन ये नियम और कानून शायद भक्तों पर ही लागू हैं, न कि बांकेबिहारी के सेवाधिकारियों पर। बांकेबिहारी के सेवाधिकारी ही जब नियम और परंपरा तोड़ते हैं तो उन पर कोई भी कार्रवाई नहीं होती।
जी हां, अक्षय तृतीया के दिन ठाकुर बांकेबिहारी जी के चरण दर्शन के फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं। इन फोटो में आराध्य के चरण दर्शन और चंदन का गोला भी रखा है। दूसरे फोटो में बांकेबिहारी जी के पूरे दर्शन हैं। फोटो जिस तरह लिए गए हैं, उससे स्पष्ट है कि मंदिर के गर्भ गृह में मौजूद किसी सेवाधिकारी द्वारा ये तस्वीर ली गई हैं। बात इतनी ही नहीं फोटो लेने के बाद उन्हें वायरल करने में भी सेवाधिकारी ने गुरेज नहीं किया। बांकेबिहारी जी की सेवा में आए दिन होने वाले परंपराओं के हनन पर अब तक कोई संज्ञान नही लिया गया। जबकि यही गलती अगर कोई भक्त कर देता तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती और मोबाइल भी जब्त कर फोटो डिलीट कर दिया जाता। सेवाधिकारियों द्वारा आराध्य के फोटो लिए जाने के मामले में प्रबंधक से संपर्क नहीं हो सका।
कहते हैं पूर्व उपाध्यक्ष
बांकेबिहारी मंदिर प्रबंध कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष रजत गोस्वामी कहते हैं कि जो फोटो वायरल हो रहे हैं निश्चित तौर पर गर्भगृह से लिए गए हैं। पर्व के दिन केवल सेवाधिकारी ही नहीं दूसरे सेवायत भी मंदिर के अंदर गए थे। फोटो किसने लिए ये स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। जिसने भी ये कृत्य किया है ङ्क्षनदनीय है। ऐसा अगर कोई भी सेवाधिकारी करता है तो मंदिर की मर्यादा के खिलाफ है।
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