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विवि में 30 हजार छात्र हुए कम

आगरा: आंबेडकर विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज में नए सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। इस बार पिछले साल की तुलना में तीस हजार कम छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 08:55 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 08:55 PM (IST)
विवि में 30 हजार छात्र हुए कम
विवि में 30 हजार छात्र हुए कम

जागरण संवाददाता, आगरा: आंबेडकर विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज में नए सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए विवि में वेब रजिस्ट्रेशन कराना था। मगर, वेब रजिस्ट्रेशन की संख्या ने विवि के प्रति छात्रों की दूरी की तस्वीर सामने ला दी है। पिछले साल की तुलना में इस बार करीब 35 हजार छात्र कम हो गए हैं।

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आंबेडकर विवि में नए सत्र में प्रवेश के लिए वेब रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है। नए सत्र के लिए वेब रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि 20 जुलाई थी। इसमें 1.4 लाख छात्रों ने वेब रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें स्नातक में 90 हजार और परास्नातक में 13 हजार छात्र हैं। छात्रों की संख्या पिछले साल की तुलना में करीब 30 हजार कम है। छात्र संख्या घटना विवि प्रशासन के लिए चिंताजनक है। छात्रों के कम होने का कारण विवि में लगातार बढ़ती छात्र समस्याएं हैं। विवि में हर साल हजारों छात्र परीक्षा परिणाम के कारण चक्कर काटते हैं। डिग्री-मा‌र्क्सशीट की समस्याएं खत्म नहीं हो रही हैं। विवि में उनकी सुनवाई नहीं होती है। इसके अलावा इस साल विवि की परीक्षा परिणाम भी बड़ा कारण है। इस बार विवि में बड़ी संख्या में छात्र फेल हुए हैं। ऐसे में छात्रों ने प्राइवेट विश्वविद्यालय की तरफ रुख कर लिया है। इससे विश्वविद्यालय को आर्थिक हानि भी उठानी पडे़गी।

बाहरी छात्रों को रोकने के लिए वेब रजिस्ट्रेशन

विवि ने पिछले सत्र में वेब रजिस्ट्रेशन शुरू किया था। उसका उद्देश्य बाहरी छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोकना था। जिस छात्र का रजिस्ट्रेशन होगा, वही परीक्षा फॉर्म भर सकेगा। इससे विवि को रजिस्ट्रेशन फीस से आय भी हुई थी।

विवि में लगातार सुधार हुए हैं। अब शिक्षा का माहौल है। परीक्षा में पारदर्शिता और सख्ती से नकल माफिया इस बार अपने मंसूबों में नाकामयाब रहे। अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्र विवि आ रहे हैं। वेब रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि बढ़ाने पर सामयिक परीक्षण के बाद निर्णय लिया जाएगा।

गिरजाशंकर शर्मा, पीआरओ विवि


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