सवा लाख गुजराती, 25 हजार एनआरआइ करेंगे ब्रज वास, जानिए कब से शुरु होगा आगमन Agra News
चातुर्मास के लिए सावन के हिमडौलों से शुरू होगा आगमन। इस बार तीन ब्रज चौरासी कोस यात्राएं। सैकड़ों बैठक यात्रा उठेंगी।
आगरा, जेएनएन। चातुर्मास में इस बार करीब सवा लाख गुजराती यात्री मथुरा में प्रवास करने आएंगे। इनमें करीब पच्चीस हजार अप्रवासी भारतीय भी शामिल होंगे। चुनरी मनोरथ, ब्रज चौरासी कोस यात्रा और बैठक यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंडा-पुरोहित अभी से तैयारियों में जुट रहे हैं। मंदिरों में ङ्क्षहडोलों के साथ ही परदेसियों का आगमन शुरू हो जाएगा।
चातुर्मास आगामी गुरु पूर्णिमा के साथ ही शुरू हो रहा है, जो कार्तिक पूर्णिमा तक चलेगा। इस बीच सावन में मंदिरों के ङ्क्षहडौले, चुनरी मनोरथ, घटाएं, बैठक यात्राएं और ब्रज चौरासी कोस यात्राओं के आयोजन बड़े पैमाने पर होंगे। ब्रज में वृंदावन और गोवर्धन समेत बरसाना में तो साल भर यात्री आते हैं, लेकिन इन चार महीनों में आने वाला यात्री मथुरा नगर, गोकुल और बरसाना में सबसे ज्यादा प्रवास करेगा
पंडा-पुरोहितों की मानें तो श्रावण मास लगते ही इनका आगमन होना प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन इनके आने की बढ़ोतरी मंदिरों के ङ्क्षहडौलों के साथ ज्यादा होगी। ब्रज यात्राओं में एक साथ हजारों यात्री आएंगे और बैठक यात्राओं में भी सैकड़ों के ग्रुप रहेंगे। उनका अनुमान है कि इस बार सवा लाख गुजराती यात्रियों के आने की संभावना है, जिनमें करीब पच्चीस हजार सो एनआरई ही होंगे।
बल्लभकुल संप्रदाय के अनुयायी गुजराती पारंपरिक रूप से सबसे ज्यादा मथुरा नगर और गोकुल में प्रवास करेंगे। यहां के चुनरी मनोरथ व भंडारे आदि भी होंगे। इनके लिए अभी से धर्मशाला, गेसट हाउस व होटलों में बुकिंग की जाने लगी है।
अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवीन नागर का कहना है कि यमुना प्रदूषण से गुजराती यात्रियों की संख्या हर साल घट रही है। इसके अलावा नगर में जगह-जगह पुलिस की नो एंट्री भी उनको यहां प्रवास करने से रोक रही है।
उठेंगी तीन ब्रज यात्राएं
इस बार चातुर्मास में तीन ब्रज यात्राएं उठेंगी। इनमें सबसे बड़ी यात्रा अहमदाबाद के महाराज राजेश, कृषष्ण गोपाल व कुंज बिहारी की होगी, जो 31 अगस्त को विश्राम घाट से नियम लेगी। इसके लिए अभी तक ढाई हजार गुजराती श्रद्धालुओं ने अपनी बुङ्क्षकग करा दी है। इसमें पांच हजार यात्रियों की लक्ष्य रखा गया है। दूसरी यात्रा दो सितंबर को काष्र्णि गुरु शरणानंद और तीसरी छह सितंबर को अहमदाबाद के ही तिलक बाबा की निकलेगी। इसमें तीन हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस बीच सैकड़ों बैठक यात्राएं भी होंगी, जिनमें सौ से लेकर पांच सौ तक यात्री शामिल रहेंगे।