Move to Jagran APP

फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश

By Edited By: Published: Tue, 03 Dec 2013 10:02 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2013 10:03 PM (IST)
फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले रैकेट का पर्दाफाश

जागरण संवाददाता, आगरा: सरकार की हर व्यक्ति की पहचान से जुड़ी योजना आधार कार्ड में भी फर्जीवाड़े का खेल शुरू गया है। ऐसे कार्ड बना रहे तीन लोगों को मंगलवार को पकड़ लिया गया। इनमें से दो धौलपुर के रहने वाले हैं। गिरोह के पास लैपटॉप और रेटिना स्कैन करने की मशीन के अलावा फिंगर प्रिंट की मशीन थी। कई गांवों में लोगों को झांसा देने के बाद मंगलवार को उन्होंने ताजगंज के गुतिला गांव में अपनी दुकान सजाई थी।

loksabha election banner

ताजगंज के गुतला गांव के लोगों ने मंगलवार को सदर तहसील दिवस में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह की शिकायत की। इसके बाद तहसीलदार सदर संजीव ओझा टीम के साथ गांव में पहुंचे। गांव में एक दुकान में आधार कार्ड बनाने का ऑफिस बना हुआ था। इस ऑफिस में आधार कार्ड बनाने की हर मशीन थी। फिंगर प्रिंट से लेकर रेटिना स्कैन करने की भी मशीन उनके पास थी। दो लैपटॉप पर युवक आधार कार्ड बनाने का काम कर रहे थे। अधिकारियों ने उनसे उनकी फर्म और ठेकेदार के बारे में पूछा तो वे जानकारी नहीं दे सके। इसके बाद अधिकारियों ने पुलिस को बुलाकर तीनों युवकों को सौंप दिया। पुलिस ने युवकों को गिरफ्तार कर मौके से सभी मशीनें और लैपटॉप भी जब्त कर लिये।

आशंका है कि शातिर पहले भी कई गांवों में आधार कार्ड बनाने के नाम पर लोगों को चूना लगा चुके हैं। इंस्पेक्टर ताजगंज हरिमोहन सिंह ने बताया कि शातिरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभी पूछताछ कर इससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी की जा रही है।

ये है रैकेट के पकड़े गए सदस्य

रामकुमार और हरिश्चंद्र निवासी मनिया धौलपुर, लक्ष्मी निवासी बुढ़ेरा ताजगंज।

एक कार्ड के लेते थे तीस रुपये

शातिर एक आधार कार्ड बनाने का शुल्क ग्रामीणों से तीस रुपये ले रहे थे। इसकी कोई रसीद भी उनके द्वारा नहीं दी गई। वे बस आधार कार्ड बनवाने वाले का नाम रजिस्टर में लिखकर उससे शुल्क ले लेते थे। कुछ समझदार लोगों को जानकारी थी कि आधार कार्ड बनवाने की कोई फीस नहीं होती। बस इसीलिए शातिर पकड़ में आ गए।

राजस्थान में बना चुके हैं कार्ड

पकड़े गए शातिरों का गिरोह राजस्थान में आधार कार्ड बनाने का काम कर चुका है। सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बाद काम बंद हो गया। इसके बाद उन्होंने फर्जी तरीके से लोगों को ठगकर रुपये ऐंठना शुरू कर दिया।

न आएं आधार कार्ड के झांसे में

एडीएम वित्त एवं राजस्व सीपी सिंह ने बताया कि सरकार के आदेश के बाद जिले में आधार कार्ड बनने की प्रक्रिया फिलहाल बंद है। लोग इस तरह के गिरोहों के झांसे में न आएं।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.