बिना टूर्नामेंट खेले ही मालामाल होंगे टॉप रैंकिंग वाले खिलाड़ी, विंबलडन रद होने के बावजूद मिलेगी राशि
कोरोना के कारण रद होने के बावजूद विंबलडन 620 खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि के रूप में 12.60 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 95 करोड़ रुपये) बांटेगा।
विंबलडन, एपी। कोरोना वायरस महामारी फैलने की वजह से साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन को नहीं कराया जा सका। 74 में पहली बार ऐसा मौका आया जब टूर्नामेंट को रद करने का फैसला लिया गया। कोरोना के कारण रद होने के बावजूद विंबलडन 620 खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि के रूप में 12.60 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 95 करोड़ रुपये) बांटेगा।
ऑल इंग्लैंड क्लब ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। बीमा प्रदाता कंपनी के साथ सलाह के बाद क्लब के अधिकारियों ने कहा कि मुख्य ड्रॉ में भाग लेने वाले 256 में से प्रत्येक खिलाड़ी को 31000 अमेरिकी डॉलर (करीब 24 लाख रुपये) की राशि दी जाएगी। वहीं, जो 224 खिलाड़ी क्वालीफाइंग में भाग लेते, उन्हें प्रत्येक को 15600 अमेरिकी डॉलर (करीब 12 लाख रुपये) की राशि मिलेगी।
ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड लुइस ने कहा, 'चैंपियनशिप के रद होने के तुरंत बाद हमने अपना ध्यान इस बात पर लगा दिया कि हम उन लोगों की कैसे मदद कर सकते हैं जो विंबलडन को आयोजित करने में सहायता करते हैं।'
इसके साथ ही 120 खिलाड़ी डबल्स स्पर्धाओं में हिस्सा लेते। प्रत्येक को 7800 अमेरिकी डॉलर (करीब पांच लाख 87 हजार रुपये), व्हीलचेयर स्पर्धा में भाग लेने वाले 16 खिलाडि़यों को 7500 अमेरिकी डॉलर (पांच लाख 64 हजार रुपये) और क्वैड (चार खिलाडि़यों की) व्हीलचेयर स्पर्धा में भाग लेने वाले चार खिलाडि़यों को 6200 अमेरिकी डॉलर (करीब पांच लाख रुपये) दिए जाएंगे।
फ्रेंच ओपन हुआ स्थगित
इस साल मई जून में खेला जाने वाला फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट अब सितंबर अक्टूबर में आयोजन होगा। कोरोना संक्रमण फैलने की वजह से ही इसे साल के आखिरी में कराने का फैसला लिया गया। आमतौर पर फ्रेंच ओपन साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम होता है लेकिन इस बार यह साल का आखिरी स्लैम होगा। इसे 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच आयोजित किया जाएगा।