विंबलडन ओपन के सेमीफाइनल में सेरेना, जोकोविच भी अगले दौर में पहुंचे
सेरेना ने यह मुकाबला 3-6, 6-3, 6-4 से जीतकर ग्रास कोर्ट पर अपना 100वां मैच जीता
नई दिल्ली, जेएनएन। सात बार की चैंपियन अमेरिका की सेरेना विलियम्स और दो बार की ग्रैंडस्लैम विजेता जर्मनी की एंजेलिक कर्बर ने मंगलवार को महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। वहीं, येलेना ओस्तापेंको सिंगल्स के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली लातविया की पहली खिलाड़ी बनीं, जबकि जर्मनी की ही जूलिया गॉर्जेस ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के अंतिम-चार दौर में जगह बनाई।
पूर्व विश्व नंबर एक खिलाड़ी और 23 ग्रैडस्लैम चैंपियन सेरेना के ऊपर तब बाहर होने का खतरा मंडराता नजर आया जब इटली की 52वीं रैंकिंग की कैमिला जियॉर्जी ने उन्हें पहले सेट में शिकस्त दी। कैमिला इस साल टूर्नामेंट में सेरेना को किसी सेट में हराने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। हालांकि, सेरेना ने खुद को मुश्किल से निकालते हुए अगले दोनों सेट जीतकर कैमिला के इरादों पर पानी फेर दिया। सेरेना ने यह मुकाबला 3-6, 6-3, 6-4 से जीतकर ग्रास कोर्ट पर अपना 100वां मैच जीता। 36 साल की सेरेना 11वीं बार और 35वीं बार ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची हैं।
सेरेना गुरुवार को सेमीफाइनल में गॉर्जेस से भिड़ेंगी। 13वीं वरीय गॉर्जेस ने 20वीं वरीय डच खिलाड़ी किकी बर्तेस को 3-6, 7-5, 6-1 से हराकर अंतिम-चार में जगह बनाई। गॉर्जेस को पिछले लगातार पांच में पहले दौर में टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था। यह उनका कुल 42वां ग्रैडस्लैम टूर्नामेंट है और उन्हें पहली बार अंतिम-चार में जगह बनाने में सफलता मिली।
कर्बर ने रूस की डारिया कसातकीना को 6-3, 7-5 से शिकस्त देकर अंतिम-चार में जगह बनाई, जहां उनका सामना ओस्तापेंको से होगा। 1993 के फ्रेंच ओपन में स्टेफी ग्राफ और एनके हबर के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद यह पहला मौका है जब जर्मनी की दो महिला खिलाड़ी ग्रैंडस्लैम के अंतिम-चार में पहुंची हैं। 2016 के फाइनल में सेरेना के हाथों हारने वाली कर्बर के पास अपना पहला खिताब जीतने का यह अच्छा मौका है, क्योंकि शीर्ष-10 खिलाड़ी पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं। हालांकि, फाइनल में कर्बर के लिए सेरेना एक बार फिर चुनौती साबित हो सकती हैं।
पिछले साल की फ्रेंच ओपन विजेता ओस्तापेंको ने स्लोवाकिया की डोमिनिका चिबुलकोवा को 7-5, 6-4 से शिकस्त दी। चार साल पहले ओस्तापेंको ने जूनियर खिताब जीता था। 21 साल की यह खिलाड़ी अब टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स में बची सबसे युवा खिलाड़ी है और फाइनल में पहुंचने से सिर्फ एक जीत दूर है। ओस्तापेंको ने अपने पहले पांच मैचों में कोई सेट नहीं गंवाया है।
अंतिम-आठ में पहुंचे जोकोविक और डेल पोत्रो
तीन बार के चैंपियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक और अर्जेटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो ने के पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। जोकोविक ने रूस के कारेन काचानोव को 6-4, 6-2, 6-2 से हराया। 12वीं वरीयता प्राप्त जोकोविक का अंतिम-आठ में सामना जापान के केई निशिकोरी से होगा, जिन्होंने अर्नेस्ट गुलबिस को 4-6, 7-6, 7-6, 6-1 से हराया। डेल पोत्रो कड़े मुकाबले में फ्रांस के गाइल्स सिमोन को 7-6, 7-6, 5-7, 7-6 से हराकर दूसरी बार अंतिम-आठ में पहुंचे। अब उनका सामना विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और दो बार के चैंपियन स्पेन के राफेल नडाल से होगा।
दिविज-सिताक की भारतीय जोड़ी बाहर
भारत के दिविज शरण और न्यूजीलैंड के उनके जोड़ीदार आर्टेम सिताक का सफर क्वार्टर फाइनल में थम गया। उन्हें सातवीं वरीय माइक ब्रायन और जैक सोक की अमेरिकी जोड़ी ने 7-6, 7-6, 6-7, 6-4 से हराया।