सानिया मिर्जा के जीवन पर बन सकती है फिल्म, कहा- अपनी कहानी बताने के लिए उत्साहित हूं
सानिया मिर्जा अपने जीवन की कहानी को रंगीन पर्दे पर लाने के लिए उत्साहित हैं।
मुंबई, प्रेट्र। भारत की महिला टेनिस की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा अपने जीवन की कहानी को रंगीन पर्दे पर लाने के लिए उत्साहित हैं। अभी वह इसके लिए फिल्म निर्देशकों से बातचीत कर रही हैं।
पिछले साल यह घोषणा हुई थी कि डबल्स में ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली इकलौती भारतीय महिला खिलाड़ी सानिया ने रोनी स्क्रूवाला की आरएसवीपी मूवीज के साथ एक करार किया है। सानिया ने फिल्म के बारे में कहा, 'मुझे निर्देशकों के साथ कुछ बैठकें करनी थीं इसलिए मैं मुंबई में थी। अभी यह शुरुआती चरण में है। जिसने भी मेरे करियर को देखा है, वे जानते हैं कि मैंने खुलकर अपनी भावनाओं का इजहार किया है। मैं डरी हुई नहीं हूं, मेरे लिए अपनी कहानी कहना और लोगों का उसे देखना रोमांचक होगा।'
33 वर्षीय सानिया का मानना है कि एथलीट फिल्म का अच्छा विषय बनते हैं क्योंकि लोग उनके संघर्ष और कठोर परिश्रम से जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, 'एक एथलीट बनने में जो कड़ी मेहनत लगती है उससे कई लोग अलग-अलग तरीकों से जुड़ सकते हैं। हम सभी मेहनत करते हैं लेकिन जब आप कोई खेल खेलते हो तो आप सच में खून-पसीना बहाते हो। हर कोई चैंपियन को प्यार करता है। मेरे समेत कई खिलाड़ी सामान्य पृष्ठभूमि से आते हैं। कुछ न होने से बड़ा चैंपियन बनने और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने तक हमारी जिंदगी से काफी जुड़ाव महसूस किया जा सकता है।'
बोपन्ना-शापोवालोव सेमीफाइनल में
भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और कनाडा के उनके जोड़ीदार डेनिस शापोवालोव ने एबीएन एमरो विश्व टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष डबल्स के सेमीफाइनल में जगह पक्की की। गैरवरीय भारतीय और कनाडाई खिलाड़ी की जोड़ी ने चौथी वरीयता प्राप्त रोमानिया के जीन-जूलियन रोजर और कनाडा के होरिया तेकाउ की जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में 6-2, 3-6, 10-7 से हराया। बोपन्ना और शापोवालोव ने पहली सर्विस पर 67 प्रतिशत सफलता हासिल की और सात में से तीन ब्रेक प्वाइंट बनाए। सेमीफाइनल में उनका सामना हेनरी कोंटिनेन और जॉन लेनार्ड स्ट्रफ तथा जेमी मरे एवं नील स्कुपस्की की जोड़ी के बीच होने वाले अंतिम आठ मुकाबले के विजेता से होगा।