कोरोना वायरस की वजह से बदल गया टेनिस का इतिहास, सानिया मिर्जा भी हैरान
कोरोना वायरस की वजह से फ्रेंच ओपन को स्थगित करना पड़ा है। अब इसका आयोजन 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा।
नई दिल्ली, आईएएनएस। इस वक्त पूरी दुनिया में सिर्फ कोरोना वायरस और इसकी वजह से हर एक चीज पर लग रहे विराम की बातें हो रही है। व्यापार से खेल तक कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ है। इसका असर टेनिस जगह पर भी पड़ा है। कोरोना ने ग्रैंड स्लैम के इतिहास को ही बदल कर रख दिया है। पहली बार ऐसा होगा जब साल का दूसरा ग्लैंड स्लैम फ्रेंच ओपन साल का आखिरी ग्रैंड स्लैम बनेगा। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा भी फ्रेंच ओपनर के स्थगित होने पर चिंतित हैं।
क्ले कोर्ट पर खेले जाने वाले ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन को कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच सितंबर में कराए जाने का फैसला लिया गया है। इस फैसले के आने के बाद कई खिलाड़ियों ने इसकी आलोचना की है। उनका कहना था कि इस फैसले को लेकर किसी से भी कोई बात नहीं की गई।
साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन को आमतौर पर मई -जून में आयोजन किया जाता है। इस बार भी यह अपने तय समय पर होना था लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इसे स्थगित करना पड़ा। अब इसका आयोजन 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा।
सानिया मिर्जा ने इसको लेकर अपनी राय देते हुए कहा, "मैं बस ये सोच रही थी कि दुनिया में इस समय काफी कुछ चल रहा है और सभी के पास कुछ ना कुछ है। मुझे लगता है इसको लेकर खिलाड़ियों को जानकारी दी जानी चाहिए थी। मुझे भी फेडरेशन की तरफ से एक मेल मिला था लेकिन मैं सो चुकी थी। जब मैं जागी तो मेल को देखा फिर उसके बाद ट्वीट और इस बारे में जब कुछ खिलाड़ियों से बात की तो वो इसको लेकिर काफी नाराज और चिढ़े हुए थे। ऐसा इसलिए था कि उनको इसके बारे में ट्विटर से पहले पता चला।"
"मुझे तो नहीं लगता है कि फ्रेंच ओपन किसी तरह से कार्यक्रम में फिट हो पाएगा। उम्मीद है सभी चीजों सही तरीके से हो पाए और हम यूएस ओपन के बाद इसे खेल पाए। लेकिन मुझे यह बात समझ नहीं आ रही है कि अचानक से हार्ड कोर्ट पर खेलने के 1 हफ्ते में हम क्ले कोर्ट पर कैसे खेल पाएंगे।"