बिग थ्री के बीच की दौड़ में सबसे आगे जोकोविक, फेडरर और नडाल पिछड़े
20 साल की उम्र में सर्बिया के नोवाक जोकोविक ने अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब आस्ट्रेलियन ओपन के रूप में जीता था तब किसी ने नहीं सोचा था कि वह सिर्फ 14 साल में ही अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों को 20 पर पहुंचा देंगे और नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। साल 2008 में जब सिर्फ 20 साल की उम्र में सर्बिया के नोवाक जोकोविक ने अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब आस्ट्रेलियन ओपन के रूप में जीता था तब किसी ने नहीं सोचा था कि वह सिर्फ 14 साल में ही अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों को 20 पर पहुंचा देंगे और नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे। हालांकि, जोकोविक के साथ बिग थ्री में शामिल होने वाले रोजर फेडरर और राफेल नडाल ने भी 20-20 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं, लेकिन उन दोनों को इसके लिए 16 साल का समय लगा। साथ ही एटीपी रैंकिंग में जोकोविक 329 सप्ताह से शीर्ष पर काबिज हैं। अभी उनके 12,113 अंक हैं।
34 साल की उम्र में 20 खिताब हासिल करके जोकोविक ने यह साबित कर दिया कि बिग थ्री के बीच ग्रैंडस्लैम की इस दौड़ में वह सबसे आगे हैं। 39 साल के हो चुके फेडरर को हाल ही में हुए विंबलडन में उनके पसंदीदा ग्रास कोर्ट पर काफी संघर्ष करते देखा गया था, जिसके चलते वह बमुश्किल क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच पाए थे, जबकि 13 बार फ्रेंच ओपन अपने नाम करने वाले 35 साल के नडाल का रैकेट उनके पसंदीदा लाल बजरी कोर्ट में भी नहीं चला और वह सेमीफाइनल में जोकोविक से हारकर बाहर हो गए थे, जबकि विंबलडन और ओलिंपिक से उन्होंने पहले ही नाम वापस ले लिया है।
वहीं, जोकोविक ने इस साल आस्ट्रेलियन ओपन व फ्रेंच ओपन जीतने के बाद विंबलडन का अपना छठा खिताब भी जीता, जिसके बाद उनके नडाल व फेडरर से 21 साबित होने यानी 21वें ग्रैंडस्लैम पर कब्जा जमाने की चर्चा जोरों पर है। फेडरर का करियर अब ज्यादा नहीं बचा है और वह बढ़ती उम्र के कारण थके हुए नजर आ रहे हैं, जबकि नडाल भी बीच-बीच में चोट से जूझते रहे हैं और उन्होंने आगामी टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है। ऐसे में जोकोविक का करियर इन दोनों से ज्यादा लंबा नजर आ रहा है।
दूसरी तरफ, जोकोविक ऊर्जा से परिपूर्ण और अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ लय में नजर आ रहे हैं। इससे यह कहा जा सकता है कि बराबरी की दहलीज को जोकोविक जल्द ही पार कर लेंगे और निश्चित रूप से अपने ग्रैंडस्लैम खिताबों की संख्या को काफी आगे पहुंचा देंगे।
विंबलडन में जीत के बाद जोकोविक ने नवंबर में होने वाले एटीपी फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। विंबलडन की खिताबी जीत के बाद उन्होंने कहा, 'मेरी योजना शुरू से ही ओलिंपिक खेलों में भाग लेने की थी, लेकिन वर्तमान स्थित को देखकर मैं कुछ तय नहीं कर पा रहा हूं। पिछले दो-तीन दिनों में मैंने जो कुछ सुना उससे यह अभी 50-50 जैसी स्थिति है।'
दरअसल, जोकोविक ओलिंपिक में प्रशंसकों की अनुपस्थिति की खबर से निराश हैं। उन्होंने पहले कहा था कि अगर प्रशंसक नहीं होंगे तो वह ओलिंपिक में नहीं खेलेंगे। वहीं, रोजर फेडरर ने अभी तक कोई निर्णय नहीं किया है।