फ्रेंच ओपन 2020: कभी नहीं सोचा था कि फाइनल खेलूंगी: इगा स्वियातेक
पोलैंड की 19 साल की खिलाड़ी इगा स्वियातेक ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचेंगी।स्वियातेक ने गुरुवार को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना की क्वालीफायर नादिया पोदोरोस्का को 6-2 6-1 से शिकस्त दी।
पेरिस, एपी। फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंच कर इतिहास रचने वाली पोलैंड की 19 साल की खिलाड़ी इगा स्वियातेक ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इस ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचेंगी।स्वियातेक ने गुरुवार को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना की क्वालीफायर नादिया पोदोरोस्का को 6-2 6-1 से शिकस्त दी। फाइनल मे उनका सामना ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन अमेरिका की सोफिया केनिन से होगा, जो पहली बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंची हैं।
स्वियातेक 1975 के बाद शुरू हुई डब्ल्यूटीए कम्प्यूटर रैंकिंग के बाद रोलां गैरां के महिला फाइनल में पहुंचने वाली सबसे निचली रैंकिंग की खिलाड़ी बन गई हैं। उनकी रैंकिंग 54 है। वह ओपन युग में सातवीं गैर वरीय खिलाड़ी हैं जो फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंची हैं। यह उनका पहला मेजर फाइनल है।
इस युवा खिलाड़ी ने कहा,'यह अविश्वसनीय लग रहा है। एक तरफ मुझे पता है कि मैं अच्छा टेनिस खेल सकती हूं, वहीं दूसरी तरफ यह मेरे लिए आश्चर्यचकित करने वाला है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं फाइनल खेलूंगी। यह दिलचस्प है। मैंने खुद पर भरोसा बरकरार रखा। यह मेरे लिए शानदार है।'
वह इस टूर्नामेंट में अपने सभी 12 सेट जीतने में कामयाब रही हैं। फाइनल के बारे में उन्होंने कहा, 'फाइनल में मैं अंडरडॉग की तरह रहूंगी। मैं अपने खेल पर पूरा ध्यान दे रही हूं। मेरी कोशिश विरोधी खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ टेनिस नहीं खेलने देने की होती है। उम्मीद है मैं शनिवार को भी ऐसा कर पाऊंगी।'
भारत के देव जाविया जूनियर फ्रेंच ओपन सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में
पेरिस, प्रेट्र। भारत के देव जाविया ने यहां अपने दोनों क्वालीफाइंग लीग मैच जीतकर जूनियर फ्रेंच ओपन के लड़कों के सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई। वडोदरा के 18 साल के देव ने मेक्सिको के एगुइलेरा गुएरेरो को 6-2, 3-6, 10-8 से शिकस्त दी। इससे पहले रोलां गैरां पर हुए अपने पहले ग्रुप मैच में उन्होंने ब्राजील के निकोलस मारकोंडेज जानेलाटो को 0-6, 6-1, 10-4 से हराया था। देव रोलां गैरां में जूनियर सिंगल्स के लिए क्वालीफाई करने वाले दूसरे भारतीय हैं। 2017 में अभिमन्यू वनेमरेड्डी ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने थे।