अमृतराज ने कहा डेविस कप में जीतना कठिन, डबल्स संयोजन को लेकर न हो विवाद
कोई भी यह सोचकर टेनिस नहीं खेलता कि वह डबल्स या मिक्स्ड डबल्स विशेषज्ञ बनेगा।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। महान भारतीय टेनिस खिलाड़ी विजय अमृतराज ने कहा है कि डेविस कप में भारत के डबल्स संयोजन को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए क्योंकि सिंगल्स मैच बराबरी पर रहने पर ही डबल्स का महत्व रहता है।
ऑल इंडिया टेनिस संघ (एआइटीए) ने चीन के खिलाफ अगले महीने होने वाले डेविस कप मुकाबले के लिए लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना को चुना है। हालांकि बोपन्ना ने पेस के साथ खेलने पर ऐतराज जताया था। यह पूछने पर कि क्या दोनों की जोड़ी बनाना सही था जिनका आपस में अच्छा तालमेल नहीं है तो अमृतराज ने कहा, 'मैं नहीं जानता। यह मेरे लिए अहम मसला नहीं है। पहला मामला चार सिंगल्स मुकाबले हैं। हम विश्व ग्रुप में जगह बनाकर अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। इसके लिए शीर्ष-50 में शामिल खिलाड़ी चाहिए। बाकी मसले आते-जाते रहते हैं। ईमानदारी से कहूं तो तिल का ताड़ बनाया जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'कोई भी यह सोचकर टेनिस नहीं खेलता कि वह डबल्स या मिक्स्ड डबल्स विशेषज्ञ बनेगा। एक पांच साल के बच्चे से पूछे तो वह कभी नहीं कहेगा कि वह मिक्स्ड डबल्स खिलाड़ी बनना चाहता है। वह अगला रोजर फेडरर या राफेल नडाल ही बनना चाहेगा। डबल्स का महत्व तब है जब सिंगल्स मुकाबले बराबरी पर रहे।' अमृतराज ने कहा, 'इन खिलाडि़यों को डेविस कप खेलने के लिए साथ में खेलना होगा। हमारे पास अच्छे डेविस कप खिलाड़ी रहे हैं।
रामनाथन कृष्णन, रमेश कृष्णन, जयदीप मुखर्जी और प्रेमजीत लाल, मैं और आनंद, लिएंडर और महेश भूपति। ये सभी अच्छी टीमें थी क्योंकि साल भर साथ खेलते थे। अचानक किसी को चुनकर साथ खेलने के लिए कहना कठिन होता है जब आप टूर पर साथ नहीं खेल रहे हों।'