डेविस कप : पहले ही दिन भारत को दोहरा झटका, इटली ने बनाई 2-0 की बढ़त
इटली ने मेजबान भारत को क्वालीफायर्स के दोनों सिंगल्स मुकाबलों में हराकर 2-0 की बढ़त हासिल कर ली।
खेल संवाददाता, कोलकाता। डेविस कप के पहले ही दिन भारत को दोहरा झटका लगा। इटली ने मेजबान भारत को क्वालीफायर्स के दोनों सिंगल्स मुकाबलों में हराकर 2-0 की बढ़त हासिल कर ली। कलकत्ता साउथ क्लब में शुक्रवार को हुए पहले मैच में आंद्रियास सेप्पी ने रामकुमार रामानाथन को 6-4, 6-2 से हरा दिया। वहीं, दूसरे मैच में डेविस कप में पदार्पण करने वाले मातियो बेरेटिनी ने भारत के नंबर एक खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन को 6-4, 6-3 से मात दी। इस हार के बाद अब भारत की रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की जोड़ी के लिए शनिवार का मैच जीतना अनिवार्य हो गया है। उनका मुकाबला इटली के शीर्ष वरीय सिंगल्स खिलाड़ी मार्को सेचिनातो और साइमन बोलेली की जोड़ी से होगा। साइमन 2015 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के डबल्स मुकाबले की विजेता रहे हैं।
मातियो ने पिछले साल चेंगडु एटीपी में भी प्रजनेश को हराया था। मातियो ने पहले सेट में ही प्रजनेश की सर्विस तोड़ी। जीत के बाद मातियो ने कहा 'मेरा ध्यान पूरी तरह से मैच पर केंद्रीत था। मैं खुश हूं कि नतीजा मेरे पक्ष में आया।' उनके इस प्रदर्शन से इटली के कप्तान कोराडो बाराजुती बहुत खुश दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि संभव है कि मातियो के इस प्रदर्शन के बाद उन्हें मिक्स्ड डबल्स में उतारा जा सकता है।
वहीं, प्रजनेश ने कहा 'घबड़ाहट और तनाव मुझ पर हावी हो गया। यह मेरे लिए सीखने वाला अनुभव है। इससे पहले सेप्पी ने रामकुमार रामानाथन को को एक घंटा 11 मिनट के अंदर मात दे दी। हालांकि, आठवें गेम तक दोनों के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। घरेलू दर्शकों के उत्साहवर्धन के बीच रामकुमार दो ब्रेक प्वाइंट को अंक में तब्दील करने से चूक गए।
मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे हम : भूपति
कोलकाता। दोहरी हार के बाद भारतीय टीम के कप्तान महेश भूपति ने कहा 'हम मिले मौकों का फायदा उठाने में विफल रहे। जब आप सक्रिय खिलाड़ी हैं और इस स्तर पर खेल रहे हैं तो आपको मौकों का फायदा उठाना आना चाहिए। मेरा मानना है कि अगर हम मौकों का फायदा उठाने में सफल रहते तो हमें उसका इनाम मिलता।' पिछले साल कुछ ऐसी ही स्थिति चीन के खिलाफ एशिया-ओसियाना ग्रुप वन में भारत के सामने थी जहां भारत ने 3-2 से जीत हासिल की थी। भूपति ने कहा ' देश के लिए खेलने में जो दबाव होता है, हम उसे समझते हैं। ऐसा चीन के खिलाफ हो चुका है। मुझे पता है कि इटली की टीम चीन के मुकाबले ज्यादा ताकतवर है। हम एक समय में एक ही मैच को लेंगे। टीम में शामिल हम सभी का काम एक-दूसरे को तनावमुक्त रखना है, लेकिन इसके साथ ही हम जीतना भी चाहते हैं। हम हार से निराश हैं, लेकिन अभी भी संभावनाएं मौजूद हैं। हम डबल्स मुकाबले को जीतने का प्रयास करेंगे।'