डेविस कप: पांच साल में पहली बार हार की कगार पर भारतीय डेविस कप टीम
चीनी खिलाडिय़ों से हार के साथ भारतीय डेविस कप टीम पिछले पांच साल में पहली बार हार की कगार पर पहुंच गई।
तियानजिन (चीन), प्रेट्र। चीन के खिलाफ एशिया स्तर के मुकाबले के दूसरे दौर के पहले दिन रामकुमार रामनाथन और सुमित नागल के पुरुष सिंगल्स में चीनी खिलाडिय़ों से हार के साथ भारतीय डेविस कप टीम पिछले पांच साल में पहली बार हार की कगार पर पहुंच गई।
पेट की परेशानी के कारण युकी भांबरी के हटने के बाद रामनाथन से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन वह चीन की नई टेनिस सनसनी यिबिंग वू से 6-7 (4), 4-6 से हार गए। रामनाथन के पास दूसरे सेट में वू के खिलाड़ी के खिलाफ ब्रेक के दौ मौके थे लेकिन वह एक का भी फायदा नहीं उठा सके और सर्विस गंवा बैठे, जिसके बाद मेजबान टीम को 1-0 की बढ़त मिल गई। इसके बाद युवा खिलाड़ी नागल पर भारत को वापसी कराने का दारोमदार आ गया लेकिन 213वें नंबर के इस खिलाड़ी को महज 67 मिनट तक चले मुकाबले में 247 वें नंबर के खिलाड़ी जे झांग के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी। झांग ने उन्हें 6-4, 6-1 से हराया।
भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने पहले दिन के परिणामों को 'हैरान करने वाला' बताया। उन्होंने कहा, 'दोनों ने निराशाजनक खेल का प्रदर्शन किया। उनमें (जीत के लिए) कोई भूख, कोई जद्दोजहद और कोई आक्रामकता नहीं थी। भारत इससे पहले 0-2 से पिछडऩे के बाद केवल एक बार (2010 में ) डेविस कप टाई जीतने में सफल रहा है। पेस और बोपन्ना शनिवार को माओ शिन गोंग और डीवू की जोड़ी से 'करो या मरोÓ की स्थिति वाले मुकाबले में भिड़ेंगे। भारत के यह मैच जीतने पर पेस डेविस कप के इतिहास में सबसे सफल डबल्स खिलाड़ी बन जाएंगे।