चीन ओपन: कैरोलिन वोज्नियाकी दूसरी बार बनी चैंपियन
वोज्नियाकी ने एक घंटे 27 मिनट में सेवस्तोवा को मात दी।
नई दिल्ली, जेएनएन। विश्व की नंबर दो खिलाड़ी डेनमार्क की कैरोलिन वोज्नियाकी ने लात्विया की टेनिस खिलाड़ी एनास्तासिया सेवस्तोवा को सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से हराकर रविवार को चीन ओपन खिताब जीत लिया। दूसरी वरीयता प्राप्त वोज्नियाकी का यह दूसरा चीन ओपन खिताब है। उन्होंने इससे पहले यहां 2010 में खिताब जीता था।
वोज्नियाकी ने एक घंटे 27 मिनट में सेवस्तोवा को मात दी। मौजूदा ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन वोज्नियाकी ने अपने करियर का 30वां खिताब और इस सत्र में 40वें मैच में जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में मौजूदा अमेरिकी ओपन चैंपियन जापान की नाओमी ओसाका को हराने वाली सेवस्तोवा फाइनल मुकाबले में अपने पिछले प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाईं।
28 वर्षीय वोज्नियाकी का हार्ड कोर्ट पर यह 22वां खिताब है। जीत के बाद वोज्नियाकी ने कहा कि मैं यहां आकर अच्छा महसूस कर रही हूं। एक बार दोबारा यहां जीतना शानदार है। आठ मेरा लक्की नंबर है और आठ वर्ष पहले ही मैंने यहां खिताब जीता था।
सेवास्तोवा ने कहा कि यह मेरे शानदार टूर्नामेंट में से एक है। वोज्नियाकी ने काफी अच्छा खेला। उनके खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है और मैं उनके खिलाफ अब से पहले जीती नहीं थी। मुझे उम्मीद है कि हमारे बीच भविष्य में भी अच्छे मैच होंगे।
वहीं, पुरुषों में ब्रिटेन के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी केल एडमंड को चीन ओपन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में एडमंड को जॉर्जिया के निकोलोज बासिलाशविली ने मात दी।
विश्व के नंबर 16 खिलाड़ी एडमंड को विश्व के नंबर 34 खिलाड़ी निकोलोज ने 98 मिनटों में 7-6, 6-4 से मात देकर फाइनल में प्रवेश किया। निकोलोज का सामना पुरुष सिंगल्स के फाइनल में अर्जेटीना के विश्व नंबर चार खिलाड़ी जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से होगा