मियामी ओपन : फाइनल मुकाबले में जॉन इस्नेर से टक्कर लेंगे एलेक्जेंडर ज्वेरेव
इस्नेर का फाइनल में जर्मनी के चौथे वरीय एलेक्जेंडर ज्वेरेव से सामना होगा
मियामी। अमेरिका के जॉन इस्नेर ने मियामी ओपन के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी जुआन मार्टिन डेल पोत्रो को सीधे सेटों में 6-1, 7-6 (7-2) से हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया।
अभी तक मियामी में खिताबी जीत न दर्ज करने वाले इस्नेर का फाइनल में जर्मनी के चौथे वरीय एलेक्जेंडर ज्वेरेव से सामना होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में स्पेन केपब्लो कारेनो बुस्ता को 7-6, 6-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। इससे पहले ज्वेरेव और इस्नेर के बीच अब तक हुए तीनों मुकाबलो में ज्वेरेव ने जीत दर्ज की है।
पिछले 15 मुकाबलों में जीत दर्ज करने वाले और विश्व रैंकिंग में छठे पायदान पर मौजूद डेल पोत्रो के खिलाफ इस्नेर ने 39 विनर मारे। विश्व रैंकिंग में 17वें पायदान पर मौजूद इस्नेर को एक घंटे 23 मिनट तक चले मुकाबले में एक भी ब्रेक प्वाइंट नहीं झेलना पड़ा और उन्होंने पोत्रो के फोरहैंड का भी अच्छा जवाब दिया। जीत के बाद इस्नेर ने कहा कि मैंने बहुत सारे बड़े मैच खेले हैं लेकिन आज तक ऐसी बेहतरीन शुरुआत नहीं की। मैं शानदार टेनिस खेल रहा हूं। ऐसा प्रदर्शन मैंने बहुत लंबे समय के बाद किया। मैंने लगातार बेहतर खेलना जारी रखा है। मुझे लगता है कि आज के मैच में मैंने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शारीरिक तौर पर मैं बिल्कुल फिट महसूस कर रहा हूं और फाइनल के लिए तैयार हूं।
अगर इस्नेर फाइनल में जीत हासिल करते हैं तो विश्व के तीन नंबर खिलाड़ी बन जाएंगे। फिलहाल उनका लक्ष्य मई में होने वाले फ्रेंच ओपन तक ख्ुाद को फिट रखना है। दूसरी ओर इंडियन वेल्स के फाइनल में विश्व के नंबर एक रोजर फे डरर को हराने वाले पोत्रो ने कहा, 'इस्नेर ने मुझसे बेहतर सर्विस की और आज उसका दिन था। इस टूर पर वह कड़ा प्रतिद्वंद्वी है। पिछले कुछ समय से मैं शरीर में जकडऩ महसूस कर रहा हूं। हालांकि जब मैं कोर्ट में पहुंचता हूं तो टेनिस खेलना मुझे भाता है।Ó पोत्रो ने माना कि फिलहाल एक ब्रेक उनके लिए फायदेमंद होगा।
बुस्ता ने की अच्छी शुरुआत : वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में स्पेन के पाब्लो कारेनो बुस्ता ने पहले सेट में अच्छी शुरुआत की लेकिन उसके बाद ज्वेरेव ने मैच में पकड़ बना ली। ज्वेरेव ने कहा, 'पहले सेट की शुरुआत में मैं ठीक नहीं खेल रहा था और मैंने कई गल्तियां कीं। टाइब्रेक में मैं पिछड़ गया था और ऐसा लग रहा था कि मैं मैच गंवा रहा हूं। इसके बाद लगा कि मुझे आक्रामक होना चाहिए। फिर मैंने वही किया और भाग्यशाली रहा कि पहला सेट जीत कया। दूसरे सेट में अपना स्वाभाविक खेल खेला और फाइनल में पहुंच गया।Ó