Move to Jagran APP

Xiaomi देगी Make in India को बढ़ावा, अपने स्मार्टफोन में उपलब्ध कराएगी ISRO की तकनीक

ISRO की यह तकनीक NavIC है। यह एक क्षेत्रीय जियो-पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) है जिसे ISRO द्वारा भारत में ही बनाया गया है। फोटो साभार Xiaomi

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 08:53 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 08:53 AM (IST)
Xiaomi देगी Make in India को बढ़ावा, अपने स्मार्टफोन में उपलब्ध कराएगी ISRO की तकनीक
Xiaomi देगी Make in India को बढ़ावा, अपने स्मार्टफोन में उपलब्ध कराएगी ISRO की तकनीक

नई दिल्ली, पीटीआइ। समार्टफोन और स्मार्ट टीवी ब्रांड Xiaomi ने घोषणा कर बताया है कि वो भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम NavIC तकनीक को अपने स्मार्टफोन में उपलब्ध कराएगी। यह ISRO की तकनीक है। NavIC एक क्षेत्रीय जियो-पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) है जिसे ISRO द्वारा भारत में ही बनाया गया है। इससे भारत और इसकी मुख्य भूमि के 1,500 किलोमीटर के दायरे में किसी भी जगह की सटीक स्थिति का पता लगाया जा सकता है।

loksabha election banner

हाल ही में क्वालकॉम ने इस तकनीक को अपने क्वालकॉम स्नैपड्रैगन मोबाइल प्लेटफॉर्म पर शुरू किया है। Xiaomi ने कहा कि इसे जल्द ही उनके कई स्मार्टफोन्स में उपलब्ध कराया जाएगा। वर्ष 2020 में कई Xiaomi स्मार्टफोन्स में NavIC तकनीक को उपलब्ध कराया जाएगा। इन सभी स्मार्टफोन्स की कीमत अलग-अलग होगी। इन स्मार्टफोन्स में स्नैपड्रैगन चिपसेट दिए जाएंगे। कंपनी ने बताया कि यह सब कंपनी के R&D समेत ISRO और क्वालकॉम के प्रयास के चलते संभव हो पाया है। कंपनी ने यह कदम इसलिए उठाया है जिससे वो मेक इन इंडिया के अपने वादे का विस्तार कर पाए। कंपनी इस तकनीक को जिसे भारत में ही बनाया गया है, अपने स्मार्टफोन्स में जल्द ही उपलब्ध कराएगी। इससे मेक इन इंडिया का विस्तार होगा।

यह पहली बार है जब कोई स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ISRO के साथ भारत में बनाई गई तकनीक पर काम कर रही है। NavIC में सात सैटेलाइट्स शामिल हैं। इनमें से तीन हिंद महासागर पर जियो स्टैटिनरी ऑर्बिट में हैं। वहीं, 4 जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट में हैं। यह 20 मीटर से बेहतर किसी भी जगह की सटीक स्थिति उपलब्ध कराने में सक्षम है। मोबाइल यूजर्स के लिए इसके कुछ मुख्य ऐप्लीकेशन्स हैं जिनमें किसी स्थान की सटीक मैपिंग, क्षेत्रों तक पहुंचने में मुश्किल, सटीक समय समेत ड्राइवर्स के लिए विजुअल और वॉयस नेविगेशन शामिल हैं।

ISRO के चेयरमैन डॉ. के सिवान ने कहा कि विकास के लिए NavIC का इस्तेमाल करना एक अहम कदम है। यह लोगों के रोजमर्रा की चीजों को आसान बना सकता है। इन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 2020 मे Xiaomi इस तकनीक को अपनी डिवाइसेज में उपलब्ध कराएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.