ई-कॉमर्स नियमों में बदलाव क्यों है सैमसंग के लिए अच्छी तो शाओमी के लिए बुरी खबर
यह सैमसंग के लिए एक बड़ा अवसर है क्योंकि मार्केट लीडर्स की 70 फीसद बिक्री ऑनलाइन चैनल्स से होती है
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। ई-कॉमर्स के लिए FDI पॉलिसी को सख्त कर दिया गया है। इसका सबसे बड़ा फायदा दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग को होगा। वहीं, सैमसंग इस पॉलिसी के तहत चीनी कंपनी शाओमी को पीछे छोड़ देगी। ऐसा इसलिए क्योंकि शाओमी से ज्यादा सैमसंग ऑफलाइन मार्केट में सक्रिय है। टेक्नोलॉजी मार्केट रिसर्च काउंटरप्वाइंट के पार्टनर और रिसर्च डायरेक्ट नील शाह ने कहा है कि यह सैमसंग के लिए एक बड़ा अवसर है क्योंकि मार्केट लीडर्स की 70 फीसद बिक्री ऑनलाइन चैनल्स से होती है।
नहीं मिलेंगी एक्सक्लुसिव डील्स:
सरकार ने ऑनलाइन कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्टस पर एक्सक्लूसिव डील्स देने से मना कर दिया है। वहीं, यह भी कहा गया है कि एक वेंडर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपनी इंवेंटरी का 25 फीसद हिस्सा ही बेच सकता है। विश्लेषकों की मानें तो यह बदलाव शाओमी, वनप्लस, हॉनर और रियलमी के लिए खराब साबित होगा क्योंकि यह कंपनियां अपने प्रोडक्टस की ज्यादा से ज्यादा बिक्री के लिए ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर ही निर्भर होती हैं। इस बार भी ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर ऑफलाइन के मुकाबले ज्यादा बिक्री हुई है। आपको बता दें कि नियमों में पूरी तरह बदलाव होने के बाद 1 फरवरी 2019 के बाद से यह तस्वीर बदल सकती है।
शाओमी ने 27 फीसद और सैमसंग ने 23 फीसद मार्केट शेयर के साथ 2018 में अपना दबदबा बनाया था। ये दोनों कंपनियां 2019 में भी टॉप स्लॉट्स में कायम रह सकती हैं। विश्लेषकों की मानें तो सैमसंग को नियमें में बदलावों के चलते फायदा पहुंचेगा। हालांकि, शाओमी भी अपना टॉप स्पॉट किसी को छिनने नहीं देगी। इसके लिए वो ऑफलाइन मार्केट पर ज्यादा फोकस करेगी। काउंटरप्वाइंट के मुताबिक, 2 साल पहले तक शाओमी की बिक्री का 5 फीसद हिस्सा ही ऑफलाइन मार्केट से आता था। लेकिन अब कंपनी की बिक्रा का ऑफलाइन मार्केट से 30 फीसद हिस्सा आता है। रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी 2019 तक 500 Mi स्टोर्स और 5000 आउटलेट्स खोलने पर फोकस कर रही है।
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